Ayodhya

अधिशासी अधिकारी अशरफपुर किछौछा की कार्य प्रणाली को लेकर भड़के चेयरमैन ओमकार गुप्ता

 

बसखारी, अंबेडकरनगर। नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा कार्यालय से प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री एवं अन्य महापुरुषों की फोटो हटाये जाने, विगत कई दिनों से कार्यलय से गायब रहने एवं 2 दिन से कुड़ा गिराने की समस्या को लेकर अधिशासी अधिकारी से मिलने गए सभासदों को नजरअंदाज करने की खबर से नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता नाराज हो गये और कार्यालय में पहुंचकर ईओ से जब जानकारी चाही तो ईओ ने नगर पंचायत का ईओ न होने का स्पष्ट जवाब देते हुए निकल गए। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रहीं। अधिशासी अधिकारी संजय कुमार जैसवार की कार्यशैली व उनके लगातार 10 दिनों से कार्यालय में न मिलने से अधिकतर सभासद एवं नगर पंचायत अध्यक्ष नाराज थे। सभासदों का आरोप है कि अधिशासी अधिकारी के द्वारा नगर पंचायत कार्यालय से प्रधानमंत्री मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी की तस्वीर के साथ अन्य महापुरुषों की तस्वीर हटावा दी गई थी। साथ ही 2 दिन से कुड़ा गिराने की समस्या और नगर पंचायत कार्यालय में नगर पंचायत की जनता का कई जरूरी काम अवरूध हो गया था। सभासदों को जैसे ही पता चला कि शुक्रवार को अधिशासी अधिकारी संजय जैसवार व नगर पंचायत अध्यक्ष अपने अपने कार्यालय में मौजूद हैं। सभासद अध्यक्ष के कार्यालय में पहुंच गए और अधिशासी अधिकारी के कार्य शैली से अवगत कराया। जिस पर नगर पंचायत अध्यक्ष ने अधिशासी अधिकारी को अपने कार्यालय में तलब किया। लेकिन अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत अध्यक्ष के कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए। जिस पर नगर पंचायत अध्यक्ष और सभासद अधिकारी के कार्यालय में पहुंच गए वहां पर भी अधिकारी सी अधिकारी ने नगर पंचायत अध्यक्ष और सदस्यों को सम्मान नहीं दिया जिस पर नगर पंचायत अध्यक्ष ओंकार गुप्ता अधिशासी अधिकारी से इन सभी प्रकरणों पर वार्ता के लिए जमीन पर बैठ गए। इसके बाद अधिशासी अधिकारी मैं नगर पंचायत का ईओ नहीं हूं यह कहते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष व सभासदों को नजर अंदाज करते हुए निकल गए।हालांकि इससे पूर्व अधिशासी अधिकारी की कार्यशैली एवं कार्यालय में अनुपस्थित रहने के कारण नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता जिलाधिकारी को कई पत्र लिखकर अवगत भी कर चुके हैं।

ईओ के अनुपस्थित रहने के चलते नाराज थे सभी सभासद
अम्बेडकरनगर। बुधवार से नगर पंचायत कार्यालय के सामने कूड़ा लदी गाड़ियों के खड़ी रहने की समस्या एवं कार्यालय से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहित कई महापुरुषों के फोटो हटाये जाने के मामले हेतु नगर पंचायत अध्यक्ष और सभासद अधिशासी अधिकारी से वार्ता करना चाह रहे थे। सभासदों का आरोप था कि अधिशासी अधिकारी के कार्यालय में सुचारू रूप से उपस्थित न रहने के कारण कई जन समस्याएं उत्पन्न हो गई थी। और नगर क्षेत्र का विकास कार्य अवरूध हो गया था। जनता के कई जरूरी काम नहीं हो पा रहे थे। सभासदों का यह भी आरोप है कि अधिशासी अधिकारी शासन की मंशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे थे। इस कारण उन्होंने कार्यालय से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहित कई महापुरुषों के फोटो को भी हटवा दिया था। इन सब सवालों का जवाब ना देना और अधिशासी अधिकारी के द्वारा मै नगर पंचायत क्षेत्र का ईओ नहीं हूं कह कर निकल जाना कहीं न कहीं प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा नगर पंचायत अध्यक्ष के विरुद्ध किसी न किसी षड्यंत्र का हिस्सा भी हो सकता है। किसी भी संस्था के काली सूची में होने की जानकारी इन्कार हालांकि आज के प्रकरण को कुछ लोग एक कार्यदाई संस्था के काली सूची में डालने से संबंधित सोशल मीडिया पर वायरल अधिशासी अधिकारी के एक पत्र से जोड़कर देख रहे हैं।जबकि नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता ने ऐसी किसी भी संस्था को ब्लैक लिस्ट में होने की जानकारी से इनकार किया। नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता ने बताया कि नगर पंचायत कार्यालय में अधिशासी अधिकारी की लगातार कई दिनों से अनुपस्थित होने के कारण सभासदों एवं आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अधिशासी अधिकारी की कार्यशैली को लेकर जिलाधिकारी को भी पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया था। वही इस संदर्भ में अधिशासी अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया। लेकिन उनका फोन उठ नहीं पाया।

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