अंबेडकर प्रतिमा के इर्द-गिर्द मिट्टी खुदाई को लेकर बवाल, जिपंस के नेतृत्व में महिलाओं ने थाने का किया घेराव

अम्बेडकरनगर। विवादित भूमि पर स्थापित डॉ आंबेडकर प्रतिमा के इर्द गिर्द समझौता के बाद मिट्टी पटाई से हुई तू तू मय मय के बीच हिरासत में लिए गए दलित युवकों को छुड़वाने के जिले पंचायत सदस्य के नेतृत्व में थाना पहुंचे महिला पुरुष युवक युवतियों ने जमकर हंगामा मचाया। नारेबाजी करती हुजूम थाना में घुस गई और थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस को घेर लिया। हंगामा देख पुलिस बैंक फुट पर हो गई। थानाध्यक्ष ने इसकी सूचना उपजिलाधिकारी और पुलिस अधिकारी को दी। उपजिलाधिकारी के आगामी मंगलवार तक स्थलीय निरीक्षण के आश्वासन और हिरासत में लिए गए दलित युवकों को छोड़ने के बाद मामला शांत हुआ। हंगामा कर रहे दलितों के वापस लौटने पर पुलिस ने राहत की सांस ली। प्रकरण जलालपुर तहसील के चिंतौना कला गांव स्थित आंबेडकर प्रतिमा पर रविवार की है। विदित हो कि लगभग 6 वर्ष पहले मुख्य मार्ग स्थित देवमणि तिवारी आदि की खतौनी की भूमि पर दलितों ने डॉ भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा लगा दिया।इस दौरान हुई पंचायत में खतौनी की जमीन से आधा बिस्वा जमीन आंबेडकर प्रतिमा लगाने तथा कुछ नया कार्य नहीं करने का समझौता किया गया। रविवार की सुबह दलित पक्ष के लोग प्रतिमा के इर्द गिर्द मिट्टी की पटाई शुरू कर दिया।मिट्टी की पटाई की सूचना पर खतौनी धारक देवमणि तिवारी पहुंच गए और समझौता पत्र का उल्लंघन कर अपनी आपत्ति जताई। क्योंकि तिवारी अकेले थे और प्रतिमा के पास सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष पहले से जमे थे लिहाजा तिवारी ने 112डायल पर सूचना देकर मदद की गुहार लगाई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के कुल तीन दो दलित और खतौनी धारक तिवारी को थाना लाई और पूछताछ शुरू कर दिया।दलित युवकों को हिरासत में लेने पर राजनीति शुरू हो गई। जलालपुर पश्चिमी के जिला पंचायत सदस्य राघवेंद्र मोहन सैकड़ों महिला पुरुष समर्थकों के साथ मालीपुर थाना पहुंच गए और नारेबाजी कर घेराव शुरू कर दिया। थाना का घेराव देख पुलिस सन्न रह गई। थानाध्यक्ष के समझाने बुझाने और उपजिलाधिकारी से वार्ता कराने के बाद मामला शांत हुआ। उपजिलाधिकारी ने मंगलवार को स्थलीय निरीक्षण का आश्वासन दिया।जिला पंचायत सदस्य राघवेंद्र मोहन के आगामी मंगलवार तक दलित पक्ष शांति व्यवस्था बनाए रखेंगे की लिखित आश्वासन के बाद दोनों युवकों और तिवारी पक्ष के लिखित आश्वासन के बाद देवमणि को रिहा कर दिया गया। थानाध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने बताया कि दोनों पक्षों ने लिखित समझौता पत्र दिया है। आगामी मंगलवार को उपजिलाधिकारी जलालपुर खुद स्थलीय निरीक्षण करेंगे।