सीएचसी दोस्तपुर परिसर में प्राइवेट हॉस्पिटल का शिविर, अधीक्षक के संज्ञान में नहीं
दोस्तपुर, सुल्तानपुर। दोस्तपुर में सरकारी कैम्पस ही अम्बेडकर नगर के एक अस्पताल का प्रचार हेतू कैम्प लगवा दिया गया जिससे यह साबित होता है कि अब डाक्टरो को योगी आदित्यनाथ का भय खत्म हो गया है सबसे बड़ी बात तो यह है कि सरकारी कैम्पस के अधिकारी को भी यह पता नही है कि उनके कैम्पस में कैम्प लगा हुआ है आखिर में प्राइवेट अस्पताल का अगर कैम्प किसी सरकारी कैम्पस में कैम्प लगा हो और वहां के एक जिम्मेदार अधिकारी को ही न पता हो तो ऐसे अधिकारी के ऊपर कार्यवाही क्यों नहीं हुआ हम आप सभी को अवगत करवाते चले कि दोस्तपुर के नगर पंचायत में अम्बेडकर नगर से एक डीआर बर्मा मल्टी स्पेशलिट हास्पीटल एन्ड ट्रामा सेन्टर का प्रचार हेतू कैम्प लगवा दिया गया मगर जिले के जिम्मेदार अधिकारी सोते रहे बिना सी एम ओ और बिना चिकित्सा अधिकारी के अनुमति के यह कैम्प लगवाया गया ऐसे में यह मालूम पड़ता है कि सरकार हर जगह पर निगाह नहीं रख पा रही यहां पर जितनी भी दवाईयां वितरण किया गया है या था वह सारी दवाई लोकल थी ऐसे में अगर मरीज को कुछ भी होता है तो उसका जिम्मेदार क्या नगर पंचायत के अधिषाशी अधिकारी होंगे या फिर जिले के सीएमओ या फिर दोस्तपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिक्षक जबकि सभी से बात करने पर यह कहा गया कि हमें नहीं मालूम है लेकिन सबसे बड़ी बात यह कि जिस सरकारी कैम्पस में यह कैम्प लगाया गया वहीं के अधिकारी को यह नहीं पता कि हमारे यहां कोई कोई मेडिकल कैम्प लगाया गया है ऐसे में यह महात्पूर्ण प्रकरण है क्या योगी आदित्यनाथ के सरकार में ऐसे ही अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं जिन पर अंकुश लगाने वाला कोई नहीं है अगर यह कैम्प अधिकारिक होता तो यहां पर आये हुए डाक्टर और नर्स एम्बुलेंस में अपनी दवाइयां लेकर क्यों भागते पत्रकार के पूछने पर किसी के पास कोई जवाब आखिर में क्यों नहीं था।