सरकारी दफ्तरों से लेकर शिक्षण संस्थानों में धूमधाम से मनी महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री की जयन्ती

-
सरकारी दफ्तरों से लेकर शिक्षण संस्थानों में धूमधाम से मनी महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री की जयन्ती
-
समाज में छुआछूत जैसी बुराईयों के विरूद्ध राष्ट्रपिता ने आवाज उठाया-अविनाश सिंह
अम्बेडकरनगर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जयंती समारोह के शुभ अवसर पर जिलाधिकारी अविनाश सिंह,अपर जिलाधिकारी डॉ. सदानंद गुप्ता,द्वारा समस्त अधिकारी कर्मचारी की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
साथ ही साथ स्वच्छता का शपथ भी दिलाई गई। तत्पश्चात महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री के एक बड़े चित्र का अनावरण व माल्यार्पण किया गया तथा उनके प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर नमन किया गया।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिवस के शुभ अवसर पर गांधी जयंती समारोह का आयोजन कलेक्ट्रेट में किया गया। इस दौरान नवोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा गांधी जयंती समारोह के शुभ अवसर पर संगीत कार्यक्रम किया गया इन छात्र-छात्राओं द्वारा संगीत के माध्यम से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद किया गया।
इस दौरान डीएम द्वारा अपने शब्दों में संबोधन किया गया कि 2 अक्टूबर का दिन भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इस दिन भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। 2 अक्टूबर को हर वर्ष गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है।
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। अंग्रेजों से आजादी दिलाने में महात्मा गांधी का विशेष योगदान रहा है। इस साल महात्मा गांधी की 154वीं जयंती मनाई जा रही है। महात्मा गांधी को बापू के नाम से भी जाना जाता है। 2 अक्टूबर को हर साल अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है। सत्य और अहिंसा को लेकर बापू के विचार हमेशा से न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया का मार्गदर्शन करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
गांधी ने भारतीय समाज में व्याप्त छुआछूत जैसी बुराइयों के प्रति लगातार आवाज उठाई। वो चाहते थे कि ऐसा समाज बने जिसमें सभी लोगों को बराबरी का दर्जा हासिल हो क्योंकि सभी को एक ही ईश्वर ने बनाया है। उनमें भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।
नारी सशक्तीकरण के लिए भी वह हमेशा प्रयासरत रहे। जिलाधिकारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सभी अधिकारी कर्मचारी अपने दायित्वों के प्रति संवेदनशील रहे तथा यह संकल्प लें कि प्रत्येक दिन एक गरीब का आंसू जरूर पोछेंगे। इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा नवोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को पुरस्कार के रूप में स्कूली बैग तथा नगद धनराशि देकर सम्मानित किया गया।