लाखों की लागत से बने कूड़ा निस्तारण घर के बावजूद सड़कों के किनारे कचरों को फेंक रहे जलालपुर पालिका कर्मी
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मीडिया के सवाल पर अधिशाषी अधिकारी की खुली निद्रा,बोले बुधवार से कूड़ा घर में जायेगा कचरा
अंबेडकरनगर। लाखों रुपए खर्च कर बनाया गया आरआरसी (कूड़ा निस्तारण घर) भवन में कूड़ा कचरा फेंकने के बजाय इसे सड़क के किनारे गड्ढे में फेंका जा रहा है जिससे नगर पालिका जलालपुर के मंशा पर सवाल खड़ा हो रहा है यह हाल तब है जब कूड़ा घर में कूड़ा कचरा भेजने के नाम पर डीजल का रूपया भी निकाला जा रहा है। गौरतलब हो कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत पालिका जलालपुर कस्बे से लगभग 12 किलोमीटर दूर कांदीपुर गांव में लाखों रुपए की जमीन खरीदा था और इसी जमीन पर लाखों रुपए की लागत से आरआरसी सेंटर का निर्माण किया गया। इस सेंटर में कस्बा से निकलने वाले कूड़ा को यहां नगर पालिका के वाहन से लाना पड़ता है। किंतु बैठे कई माह से कस्बा से निकल रहे कूड़ा को कांदीपुर लाने के बजाय जलालपुर अकबरपुर मार्ग पर वाजिदपुर मोहल्ला के आगे सड़क के किनारे डंप किए जा रहा है। सड़क के किनारे डंप किया जा रहा कूड़ा हवा के वेग से पूरे सड़क पर फैल रहा है और आस-पास में दुर्गंध फैला रहा है।
25 वार्डो से प्रतिदिन निकलता है 25 टन कूड़ा
पालिका जलालपुर में कुल 25 वार्ड है। प्रत्येक वार्ड से लगभग 1 टन कूड़ा निकलने का अनुमान है। सफाई कर्मी वार्डो में सफाई के दौरान निकलने वाले कूड़ा को खाली स्थानों पर जमा कर देते है जिसे छोटे और बड़े वाहन पर रखकर कस्बा के बाहर ले जाया जाता है। लगभग 3 वर्ष पहले तक कूड़ा निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं थी। उस समय कूड़ा सड़क अथवा नदी के किनारे फेंकना मजबूरी था किंतु कूड़ा घर बन जाने के बाद कस्बा से निकलने वाले कूड़ा को कांदीपुर स्थित ले आरआरसी सेंटर ले जाना था। वहां इसे अलग-अलग करने के लिए लाखां रुपए की मशीन से का प्रयोग करना था जो आज तक नहीं हो पाया।
शो-पीस बनी 18 लाख रुपए की मशीन
आरआरसी सेंटर में पहुंच रहे कूड़ा कचरा के निस्तारण के लिए लगभग 6 माह पहले लगभग 18 लाख रुपए की मशीन खरीदी गई थी जो आज भी कमरे में बंद है। ईओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि कूड़ा घर तक आवागमन के लिए कच्चा रास्ता है। बरसात में रास्ता खराब हो गया था। बुधवार से कूड़ा कांदीपुर जाएगा।