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सीएम योगी का बड़ा आदेश, मठ-मंदिर और धर्मशालाओं को नहीं देना होगा कोई टैक्स

अयोध्या. उत्तर प्रदेश की विधानसभा के इतिहास में 37 साल बाद दोबारा सत्ता में वापसी करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ताजपोशी के बाद पहली बार अयोध्या पहुंचे तो उनकी शारीरिक भाषा में कृतज्ञता का भाव साफ दिखा। मुख्यमंत्री योगी ने अपनी कृतज्ञता का ज्ञापन मठ-मंदिरों व धर्मशालाओं के अतिरिक्त धार्मिक ट्रस्टों को कामर्शियल दर से गृहकर-जलकर की वसूली मुक्त कराने की घोषणा के रूप में किया। मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को अयोध्या में मंडलीय समीक्षा बैठक कर रहे थे।

रामनवमी मेला के ठीक पहले अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेला तैयारियों की समीक्षा की। अन्तरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में बनाए गये केन्द्रीय मेला नियन्त्रण कक्ष में बैठक के दौरान नगर निगम के अफसरों से कहा कि मठ-मंदिर व धार्मिक ट्रस्ट जनसेवा का ही कार्य कर रहे हैं। ऐसे में इनसे टोकन मनी के रूप में सहयोग लिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को आदेशित किया कि इस आशय का प्रस्ताव नगर विकास विभाग को भेजकर अनुमोदित करा लें।

रामनवमी मेले में बनाएं मनमोहक वातावरण

उन्होंने कहा कि राम मंदिर भूमि पूजन के बाद यह पहला रामनवमी मेला कोविड के बाद हो रहा है। ऐसे में इसकी तैयारी पूरी भव्यता से कराएं। उन्होंने कहा कि यहां ऐसा मनमोहक वातावरण तैयार कराएं और साज-सज्जा करें कि यहां आकर श्रद्धालुओं में भक्ति भाव सृजित हो और वापस घर लौटे तो यहां का दृश्य उनकी स्मृतियों में तरोताजा रहे। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि रामनवमी मेला के मुख्य पर्व पर अष्टमी व नवमी को शासन- प्रशासन का कोई भी अधिकारी और वीआईपी भ्रमण न करे।

उन्होंने कहा कि यदि ऐसा करना आवश्यक हो तो सामान्य व्यवस्था में ही भ्रमण करें। उन्होंने बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के साथ मेलार्थियों से सदभाव के साथ व्यवहार की भी सलाह दी। मुख्यमंत्री योगी ने नवसंवत्सर 2079 की सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी। इसके साथ यह अपेक्षा की कि भारतीय नववर्ष के पर्व को अच्छी तरह से मनाएं और सभी की भागीदारी भी सुनिश्चित कराएं।

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