UP : घूस न देने पर तहसीलदार ने की अभद्रता, वकीलों ने गिरफ्तार करने की मांग की
बाराबंकी, । लोकतंत्र सेनानी के पुत्र मंडल अध्यक्ष व अधिवक्ता के साथ तहसीलदार रामदेव निषाद के पास गए। इस दौरान अधिवक्ता व भाजपा के मंडल अध्यक्ष की कहासुनी हो गई। तहसीलदार को घूस न देने पर धक्का देकर बाहर निकालने और मारने के आरोप पर वकील एकत्र हो गए। आक्रोशित होकर वकीलों ने वहां तोड़फोड़ की। बचाव में तहसीलदार अपने कार्यालय में मौजूद स्टाफ के साथ अटैच शौचालय में जाकर छिप गए। दरवाजा बंद कर लिया।
जानकारी पर कई थानों की पुलिस और एसडीएम व सीओ मौके पर पहुंच गए। बार के पदाधिकारी से बात चल रही है।हैदरगढ़ के ग्राम रामपुर बारा में रहने वाले लोकतंत्र सेनानी स्व. सुंदर लाल वर्मा के पुत्र सुमित वर्मा बुधवार की सुबह मंडल अध्यक्ष व अधिवक्ता रवि तिवारी के साथ तहसीलदार रामदेव निषाद के पास गए थे। आरोप है कि तहसीलदार घूस न मिलने पर अभद्रता करने लगे। विरोध करने पर कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों से धक्का देकर बाहर निकलवाने लगे और पीछे से आकर पीटने भी लगे।
सूचना पर तहसील बार अध्यक्ष अचल कुमार मिश्रा दर्जनों वकील के साथ वहां आ पहंचे। वकीलों का रुख देखते हुए तहसीलदार वहां मौजूद कानूनगो सुनील कुमार, एक लेखपाल व अन्य के साथ अंदर बने शौचालय में घुस गए और दरवाजा बंद कर दिया। वकीलों ने काफी कोशिश की, लेकिन दरवाजा नहीं खुला तो चैंबर में तोड़फोड़ शुरू कर दी और खिड़की दरवाजे के सारे शीशे तोड़ डाले।
एसडीएम शालिनी प्रभाकर और सीओ डा. बीनू सिंह से बार अध्यक्ष काफी देर वार्ता करते रहे, उनकी मांग थी कि मुकदमा लिखकर आरोपित तहसीलदार को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। दोपहर तक हंगामा चलता रहा, लेकिन वकील शांत नहीं हुए। इस दौरान सुबेहा, असंदरा, लोनीकटरा की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
आश्वासन पर नहीं माने वकील :
एसडीएम व सीओ ने वकीलों को शांत कराते हुए मुकदमा लिखने और क्रास एफआइआर न होने देने का आश्वासन दिया। इसके बावजूद वकील नहीं माने, वह मांग कर रहे थे कि तहसीलदार को तुरंत गिरफ्तार करके बंद किया जाए। उसके बाद मुकदमा लिखा जाए। यही नहीं कुछ वकील मौके पर डीएम-एसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे।
शौचालय के बाहर खड़े रहे वकील :
वकील तहसीलदार के शौचालय से बाहर आने का इंतजार करते रहे। धक्का देकर दरवाजा खोलने की भी कोशिश की, लेकिन अंदर से तहसीलदार अन्य स्टाफ के साथ दरवाजा को धक्का दिए रहे। अंदर से ही तहसीलदार इंटरनेट मीडिया पर वकीलों के हमले की बात पोस्ट करते रहे।