सपा के पूर्व प्रदेश सचिव समेत दो नेता पार्टी से निष्कासित, राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपशब्द कहते वायरल हुआ आडियो
मुरादाबाद। समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव सलाउद्दीन मंसूरी समेत दो नेताओं की बातचीत का आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया है। आडियो में सपा अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय सचिव सपा मुखिया को अपशब्द बोल रहे हैं। दूसरे नेता उनकी बातों की मौन स्वीकृति देते नजर आ रहे हैं। हालांकि, यह आडियो पुराना बताया जा रहा है। सपा के महानगर महासचिव कुलदीप तुरैहा ने दोनों नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
सपा अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय सचिव जुल्फेकार और सलाउद्दीन मंसूरी के वायरल आडियो के प्रमुख अंश।
सलाउद्दीन : कुछ दुआएं पढ़ रहा, इसलिए फोन नहीं उठा पाया था।
जुल्फेकार : आने वाले समय की सियासत का कुछ पता है तुमको। कुछ बातें ऐसी होती हैं, जो छिपाकर रखनी पड़ती है। मेरी सुनो अब ओवैसी, शिवपाल, मायावती और छोटे दल सब एक हो जाएंगे। मुसलमान ओवैसी को वोट डालेंगे। जाटव-मुसलमान इन्हीं को वोट डालेंगे। सबका धुआं निकल जाएगा। सपा को 45 सीटें भी नसीब नहीं होंगी। आजम खां जब तक जेल में हैं, तब तक सपा में हैं। जेल से बाहर निकलते ही वह ओवैसी के हैं। तुमको बहुत बारीक बात बता रहा हूं। किसी से जिक्र मत करना।
सलाउद्दीन : सही कह रहे हो भाई, हम कहां जाएं
जुल्फेकार : कांग्रेस की सुन लो, सपा से कांग्रेस का गठबंधन नहीं होगा। अखिलेश को यादव वोट नहीं देंगे। यादव बीजेपी को वोट दे रहे हैं। मुसलमान ओवैसी को वोट डालेंगे।
सलाउद्दीन : हम क्या करें। फिर ओवैसी के पास चले जाते हैं।
जुल्फेकार : ओवैसी की 150 सीटें मिलेंगी। बाकी उनके सहयोगियों को सीटें मिलनी है, लेकिन अभी चुप रहो। आजम खां ओवैसी के लिए बोलेंगे तो मुसलमान उनके साथ रहेंगे। सपा को कुछ नहीं मिल पाएगा। चंद्रशेखर भी ओवैसी के पास आ जाएंगे। सपा और कांग्रेस को कुछ नहीं मिलेगा। सपा का सफाया हो जाएगा।
सलाउद्दीन : अच्छा ऐसा होगा
जुल्फेकार : जय जय अखिलेश करने वालों को पता लग जाएगा। ओवैसी और आजम खां की मुलाकात हो चुकी है। उनकी आजम खां से मुलाकात जेल के बाहर हुई है। जेल से बाहर खामोशी से मुलाकात कराई गई है।
सलाउद्दीन : पुलिस ने आजम खां की मुलाकात कैसे करा दी
जुल्फेकार : सब कुछ सेंटिग से हुआ है। ओवैसी की मुलाकात हुई है। यह समीकरण बन रहे हैं। तुम रात को बैठकर गणित लगाना है। अखिलेश जो जुल्फों में हाथ डाल रहा है। एक आदमी है, बहुत ऊंचा कलाकार है। उससे मेरी मुलाकात हुई है। वह उसे सारा गणित बताकर चला गया। बस्ती के एक नेता के यहां मेरी मजबूत पकड़ है। वह अपना भला कराएगा। जब कोई मौका होगा अच्छे पद मिल जाएंगे।
सलाउद्दीन : अच्छा ऐसा है
जुल्फेकार : हम लखनऊ गए, लेकिन अखिलेश के पास नहीं गए।। दस दफा तुम्हारे साथ जा चुका हूं। मुलाकात कहां करते हैं। कुछ नहीं सुनते हैं। दो मिनट बात की और चल देते हैं। चिंता मत करना कांग्रेस में जाना होगा तो प्रियंका को बुला लें।
सलाउद्दीन : हम भी अखिलेश जी और डिंपल जी की वजह से सपा के लिए काम कर रहे हैं। मुरादाबाद में तो कोई सपा का नेता दर्द नहीं समझता है।
क्या दी सफाई: आडियो हमारी नहीं है। किसी ने साजिशन यह सब किया है। महानगर महासचिव ने हमारा पक्ष सुने बिना हमें पार्टी से निकाल दिया है। लेकिन, हम सफाई देने के लिए उनके पास नहीं जाएंगे। प्रदेश का कोई नेता जवाब मांगेगा तो अपना पक्ष रखेंगे। सपा के सिपाही हैं, हमें हमारे हाथ में पार्टी का झंडा रहेगा। – सलाउद्दीन मंसूरी