प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 399 सीटों पर लड़ा चुनाव, 387 पर जमानत जब्त; जानें BSP का हाल
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 कई मायनों में खास रहा. BJP ने जहां स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है, वहीं अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को लगातार दूसरी बार चुनावी पराजय का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस और BSP के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव किसी बुरे सपने से कम नहीं है. कांग्रेस ने इस बार का विधानसभा चुनाव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के नेतृत्व में लड़ा था.
पार्टी ने अकेले दम पर चुनाव मैदान में उतरते हुए 399 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए थे. दिलचस्प है कि 399 कांग्रेस प्रत्याशियों (Congress Candidate) में से 387 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. सिर्फ 12 उम्मीदवार ही अपनी जमानत बचाने में कामयाब रहे. कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 2 सीटों पर जीत हासिल की है. मायावती की बसपा ने सभी 403 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से 290 उम्मीदवार जमानत भी नहीं बचा सके.
इस बार के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस वोट शेयर के मामले में राष्ट्रीय लोक दल (RLD) से भी पिछड़ गई. कांग्रेस प्रत्याशी 97 फीसद सीटों पर जमानत बचाने में भी नाकामयाब रहे. देश की सबसे पुरानी पार्टी 2.4 फीसद वोट शेयर के साथ महज 2 सीटें ही जीत सकी. कांग्रेस साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरी थी. कांग्रेस ने इस बार का चुनाव अकेले लड़ा था.
कांग्रेसियों को उम्मीद थी कि प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में पार्टी को फायदा मिल सकता है. हालांकि, उनकी उम्मीद बस उम्मीद ही बनकर रह गई. प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में लगातार चुनाव प्रचार किया, लेकिन पार्टी को उल्लेखनीय सफलता दिलाने में विफल रहीं.
बसपा का बुरा हाल
उत्तर प्रदेश पर शासन करने वाली मायावती की बहुजन समाज पार्टी की स्थिति भी काफी खराब है. बसपा ने इस बार का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ा था. पार्टी ने सभी 403 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे. इनमें से 290 उम्मीदवार अपनी जमानत भी नहीं बचा सके. इस बार बसपा को महज 1 सीट से ही संतोष करना पड़ा.
भाजपा की 3 तो सपा की 6 सीटों पर जमानत जब्त
लगातार दूसरी बार स्पष्ट बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने 376 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इनमें से 3 सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई. वहीं, अखिलेश की समाजवादी पार्टी ने 347 सीटों पर चुनाव लड़ा था और विधानसभा की 6 सीटों पर पार्टी उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई.