UP Exit Poll में तो भाजपा की सरकार बन गई, मगर इन बाहुबलियों का क्या होगा? देखें ऐसे 20 उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इस बार किसकी सरकार बनेगी, इसका फाइनल नतीजा (UP Chunav Result) भले ही 10 मार्च को ही सामने आएगा, मगर एग्जिट पोल (Exit Poll) के जरिए यूपी की सियासत की भविष्यवाणी भी हो गई है. एग्जिट पोल के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बन रही है मगर फिर भी जब तक फाइनल रिजल्ट न आ जाएं, उम्मीदवारों के दिल की धड़कन बढ़ती ही रहने वाली है. यूपी की सियासत की बात हो और बाहुबलियों की चर्चा न हो, ऐसा भला कैसे हो सकता है. अब सवाल उठता है कि क्या यूपी के तमाम बाहुबली उम्मीदवार विधानसभा पहुंचेंगे या नहीं. तो आइये जानते हैं कि कितने बाहुबलियों या फिर उनके रिश्तेदारों की किस्मत का फैसला 10 मार्च को हेने जा रहा है.
1. बृजभूषण शरण सिंह– बहराइच की कैसरगंज सीट से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण गोण्डा सदर से भाजपा से चुनाव मैदान में हैं. वे सीटिंग एमएलए हैं. वैसे तो उनके ऊपर मुकदमें दर्ज नहीं है लेकिन उनके पिता बृजभूषण शरण सिंह की छवि बाहुबली की ही रही है.
2. अभय सिंह बनाम खब्बू तिवारी– अयोध्या जिले की गोसाईगंज सीट पर मुकाबला दो बाहुबलियों के बीच ही है. अभय सिंह सपा से लड़ रहे हैं जबकि भाजपा से बाहुबली इन्द्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी की पत्नी संगीता तिवारी मैदान में हैं. खब्बू तिवारी जेल में हैं. फर्जी कागजात के सिलसिले में उन्हें सजा हो गई और उनकी विधायकी चली गई. सज़ा होने के कारण चुनाव नहीं लड़ सके.
3. मोनू सिंह– सुल्तानपुर की इसौली सीट से बसपा से यशभद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. उनके बड़े भाई चन्द्रभद्र सिंह उर्फ सोनू सिंह जेल में हैं. संत ज्ञानेश्वर हत्याकाण्ड में दोनों के ऊपर आरोप लगे थे.
4. राजा भैया– कुण्डा के राजा भैया को कौन नहीं जानता. 6 बार से लगातार विधायक हैं. सातवीं बार विधायकी लड़ रहे हैं. अब तक निर्दलीय चुनाव जीत रहे रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया इस बार अपनी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक से चुनाव लड़ रहे हैं.
5. करवरिया परिवार– करवरिया फैमिली की प्रयागराज क्षेत्र में अच्छी खासी दबंगई रही है. प्रयागराज के बहुचर्चित जवाहर पंडित हत्याकांड में दोषी उदयभान करवरिया की पत्नी नीलम करवरिया मेजा से भाजपा से किस्मत आजमा रही हैं. वह सीटिंग एमएलए हैं.
6. बीर सिंह पटेल– कभी चंबल का आतंक कहे जाने वाले ददुआ के बेटे सपा से किस्मत आजमा रहे हैं. मानिकपुर से बीर सिंह पटेल का क्या होगा, ये 10 मार्च को पता चल जायेगा.
7. रिजवान जहीर- तराई के इकलौते बाहुबली रिजवान जहीर की बेटी जेबा जेल में हैं और तुलसीपुर से निर्दलीय लड़ रही हैं. फिरोज पप्पू की हत्या के मामले में दोनों अरेस्ट हुए थे.
8. अमनमणि त्रिपाठी- अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि त्रिपाठी बसपा से नौतनवा से लड़े हैं.
9. हरिशंकर तिवारी- पूर्वांचल में कभी बड़ा दबदबा रखने वाले हरिशंकर तिवारी के बेटे विनीत तिवारी गोरखपुर जिले की चिल्लूपार से किस्मत आजमा रहे हैं. वे 2017 में बसपा से विधायक बने थे. इस बार सपा से हैं.
10. राम प्रसाद चौधरी- कई बड़े मामलों में आरोपी रहे राम प्रसाद चौधरी के बेटे कवीन्द्र चौधरी उर्फ अतुल चौधरी सपा से उम्मीद्वार हैं.
11. मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास- मऊ सदर सीट से माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी सुभासपा से मैदान में हैं. वे पिछला चुनाव घोसी से हार गये थे.
12. मुख्तार अंसारी का भतीजा शोएब– मोहम्मदाबाद से मुख्तार अंसारी के भतीजे शोएब उर्फ मन्नू अंसारी सपा से किस्मत आजमा रहे हैं. पिता सिगबतुल्लाह अंसारी लड़ने वाले थे लेकिन टिकट अपने बेटे की ओर बढ़ा दिया था.
13. धन्नंजय सिंह- मल्हनी से जेडीयू से धन्नंजय सिंह भाग्य आजमा रहे हैं. वे 2017 का चुनाव और 2019 का उपचुनाव हार चुके हैं.
14. बृजेश सिंह– सैय्यद राजा से बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह भाजपा से फिर भाग्य आजमा रहे हैं. पिता चुलबुल सिंह के निधन के बाद इन्होंने ही विरासत संभाली है.
15. विजय मिश्रा- ज्ञानपुर से विजय मिश्रा प्रगतिशील मानव समाज पार्टी से जीतने की कोशिश में फिर से हैं. हालांकि वे अभी जेल में हैं.
16. दुर्गा यादव – दुर्गा यादव सपा से फिर विधायक बनने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा चुके हैं. अखिलेश यादव ने खुद उनके लिए वोट मांगे थे.
17. रमाकांत यादव- आजमगढ़ के फूलपुर-पवई से रमाकांत यादव सपा से लड़े हैं. 2017 में उनके बेटे अरुण कुमार यादव भाजपा से विधायक बने थे. इस बार भाजपा ने अरुण का टिकट काट दिया था.
18. भूपेन्द्र सिंह-आजमगढ़ के दीदारगंज से भूपेन्द्र सिंह बसपा से किस्मत आजमा रहे हैं.
19. डीपी यादव- पश्चिमी यूपी में दबदबा रखने वाले डीपी यादव ने सहसवान सीट से अपने बेटे कुणाल यादव को मौदान में उतारा था. कुणाल राष्ट्रीय परिवर्तन दल से किस्मत आजमा रहे हैं.
20. नाहिद हसन– कैराना से सपा के उम्मीदवार नाहिद हसन दोबारा विधायक बनने की राह देख रहे हैं. चुनाव से पहले नाहिद की गिरफ्तारी हुई थी.