महिलाओं को यदि सम्मान और समानता में से चुनना पड़े तो वे समानता को चुने क्योंकि समानता उन्हें सम्मान दिला ही देगी
श्री वैष्णव प्रबंध संस्थान में अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विचार मंच का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंजना तिवारी, ASP. Traffic Police Indore विशेष अतिथि अंकिता जोशी, वरिष्ठ संवाददाता, दैनिक भास्कर थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई। अतिथियों का स्वागत संस्थान निर्देशक डॉ जॉर्ज थॉमस ने किया।
डॉ. थॉमस ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी एवं कहा कि अपने बहुमूल्य समय निकालकर यहाँ पधारने का कष्ट किया और बताया कि संस्थान के सभी विद्यार्थी एवं कर्मचारी 100 प्रतिशत ट्रॉफिक नियमों का पालन कर रहे है और हेलमेट अथवा सीट बेल्ट लगाकर आ रहे है। साथ ही विशेष अतिथि अंकिता जोशी का भी संस्थान में स्वागत एवं अभिनन्दन करता हूँ।
मुख्य अतिथि अंजना तिवारी ने अपने उद्बोधन में बताया कि सर्वप्रथम में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देती है मुझे इस संस्थान में बार-बार आने का मौका मिलता है और कई विषयों पर आपसे चर्चा होती है ऐसे दिवस का आयोजन हमें महिलाओं से जुड़े विषयों पर चर्चा विचार मंथन होना चाहिए महिलाओं को दोहरी जिम्मेदारी का निर्वाह करना होता है और परिस्थितीया मी विपरित होती है ऐसे में पुरुष तथा महिलाओं दोनों को अपनी जिम्मेदारियों को समझकर उन्हें साझा करना चाहिएl
सुश्री अजना ने विद्यार्थियों के प्रति अपनी अपेक्षाएं बताते हुए बताया कि वे इन्दौर ट्रैफिक मैनेजमेन्ट सीटिजन कॉप, ट्रेफिक मैनेजमेन्ट फेण्ड पर रजिस्ट्रेशन करवाकर अपनी सेवाएं पुलिस को दे सकते है दूसरा अपना विषय की समस्या स्टडी कर उसकी समस्याएं एवं सुझाव दे सकते है। कार्यक्रम की विशेष अतिथि श्रीमती अंकिता जोशी ने बताया कि मैं आज आपसे कुछ मुद्दों को कुछ उदाहरण के रूप में आपके समक्ष रखना चाहती हूँ मैने बडी हस्तियों के इंटरव्यू अपने जीवन में लिए है परन्तु महिलाओं से जूडी दो ऐसी घटनाएं है जो हमें काफी प्रेरणा प्रदान करती है
पहली अरुणिमा सिन्हा जो एक ट्रेन में सफर कर रही थी उनके साथ कुछ लुटेरों ने हाथापाई की और उन्हें ट्रेन से बाहर फेक दिया तो उनके पास दो रास्ते थे या तो वे लाचार बनकर रह सकती थी और दूसरा व ऐसा कार्य करे जिससे उनके कार्यों को ऐसे दिवस पर चर्चा कर प्रेरणा ली जा सकें आगे चलकर अरुणिमा ने माउण्ट एवरेस्ट पर चढाई कर अपने आप को साबित किया दूसरे उदाहरण में उन्होंने एक महिला की दयनीय परिस्थितियों का निर्वाह करते हुए बडा ही विकट जीवन जी रही थीl
उसके बाद मैंने उसे उस समय तो बचा लिया परन्तु मैने उसे समझाया कि अपनी लड़ाई अपने को ही लड़ना पड़ती है और सभी महिलाओं को मेरा सुझाव है कि महिलाओं को यदि सम्मान और समानता में से चुनना पड़े तो वे समानता को चुने क्योंकि समानता उन्हें सम्मान दिला ही देगी।
कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को स्मृति चिह्नन भेट किये गये कार्यक्रम का संचालन गुंजाली त्रिवेदी ने किया एवं आभार डॉ. जयेश तिवारी ने माना। कार्यक्रम का संयोजन महिला सशक्तिकरण सेल की कोऑर्डिनेटर डॉ. जयश्री शर्मा, डॉ. जयेश तिवारी, डॉ. भारती अग्रवाल, गुजाली त्रिवेदी ने किया। इस अवसर पर कम्प्यूटर साईस की विभागाध्यक्ष डॉ. क्षमा पैठणकर एवं प्रबंधन के विभागाध्यक्ष डॉ. अभिजीत चटर्जी सहित सभी शिक्षक, स्टॉफ कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
चंद्रकांत सी पूजारी की एक रिपोर्ट