Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर रूसी हमलों के बीच इंडियन एंबेसी की एडवाइजरी, ‘हर हाल में आज ही कीव छोड़ दें भारतीय’
नई दिल्ली. यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थिति बिगड़ती जा रही है. इस बीच वहां फंसे भारतीयों को सख्त एडवाइजरी जारी हुई है. इसमें कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक और छात्र कीव को जल्द से जल्द छोड़ दें. एंबेसी की तरफ से जारी इमरजेंसी एडवाइजरी में कहा गया है कि भारतीय जिस हाल में हैं, उसी स्थिति में तुरंत शहर से बाहर निकल जाएं.
भारतीय दूतावास ने अपनी एडवाइजरी में कहा, ‘कीव में भारतीयों के लिए सलाह.. छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों को आज तत्काल प्रभाव से कीव छोड़ने की सलाह दी जाती है. पहले से उपलब्ध ट्रेनों के माध्यम से या किसी अन्य उपलब्ध माध्यम से.
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि 216 भारतीय नागरिकों को लेकर आठवीं उड़ान हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई है, जबकि 218 भारतीयों को लेकर नौवीं उड़ान ने रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी.
अब वायुसेना की ली जाएगी मदद
अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायुसेना से यूक्रेन में फंसे भारतीयों के एयरलिफ्ट अभियान से जुड़ने के लिए कहा है. वायुसेना ऑपरेशन गंगा में शामिल हो सकती है. एयरलिफ्ट के लिए वायुसेना सी-17 विमान का इस्तेमाल कर सकती है.
फिलीपींस से काबुल तक संजीवनी बना C-17 ग्लोबमास्टर
C-17 ग्लोबमास्टर ने अफगानिस्तान में अशांति के दौरान 640 लोगों को लेकर उड़ान भरी थी. भारतीय वायुसेना ने C-17 ग्लोबमास्टर विमान से भारतीयों को काबुल से दो बार एयरलिफ्ट किया था. भारत के पास 11 C-17 ग्लोबमास्टर विमान हैं. इस विमान का बाहरी ढांचा इतना मजबूत है कि इस पर राइफल और छोटे हथियारों की फायरिंग का कोई असर नहीं होता है.
स्पाइसजेट के विमान भी भरेंगे उड़ान
स्पाइसजेट यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए स्पाइसजेट का विमान आज स्लोवाकिया के कोसिसे जाएगा. केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू इसकी निगरानी के लिए भारत सरकार के विशेष दूत के रूप में कोसिसे जा रहे हैं.