UP Election: पीएम मोदी बोले- वोट बैंक की राजनीति ने विपक्ष को बनाया बंधक, BJP ‘पिता एंड संस’ वाली पार्टी नहीं
अमेठी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के प्रचार के दौरान अमेठी में विपक्ष पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं और चारों ही चरणों में लोगों ने एकजुट होकर बीजेपी को अपना आशीर्वाद दिया. जो घोर परिवारवादी सोच रहे हैं कि यूपी के लोग बंट जाएंगे, बिखर जाएंगे, देशहित को भूल जाएंगे उन सबके सारे गणित उल्टे पड़ गए हैं.
इसके साथ पीएम मोदी ने कहा कि परिवारवादी लोग सत्ता में इसलिए आना चाहते हैं ताकि अपनी और अपने परिवार की ताकत बढ़ा सकें और राजा-महाराजा की तरह आप पर राज कर सकें. हमें किसी ताकत के लिए सत्ता नहीं चाहिए, ना ही हमारी ताकत कोई बाहुबली या माफिया है, हमारी ताकत उत्तर प्रदेश की जनता है.
आपका ये स्नेह मेरे लिए बड़ी पूंजी
प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनावी दुनिया में आने के बाद जिस तरह यूपी ने मुझे अपना बना लिया, मां गंगा ने मुझ पर जिस तरह स्नेह-वर्षा की, आप लोगों ने मुझे गले लगाया, इससे बड़ा जीवन में कोई सौभाग्य नहीं. साथ ही कहा कि आपका ये स्नेह, ये आशीर्वाद मेरे जीवन की बहुत बड़ी पूंजी है.
इसके साथ पीएम ने कहा कि ये परिवारवादी सरकार में होते तो सारी लाइनें तोड़कर खुद सबसे पहले वैक्सीन लगवाते. मैंने भी वैक्सीन तब लगवाई जब नियम से मेरा नंबर आया. मेरी मां सौ साल की हैं और उन्होंने भी लाइन नहीं तोड़ी. जब उनका नंबर आया तब ही मेरी मां ने भी वैक्सीन लगाई.
अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के सहारे विपक्ष पर निशाना
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था जब इन नेताओं ने वोट बैंक की राजनीति, तुष्टिकरण को बढ़ावा दिया, उसे खाद-पानी दिया. आज वोट बैंक और तुष्टिकरण की इसी राजनीति ने इन नेताओं को अपना बंधक बना लिया है. अब वोट बैंक की राजनीति ही इन दलों की मजबूरी बन गयी है.
साथ ही कहा कि 56 निर्दोष लोगों को बम धमाके में मारने वाले 38 आतंकवादियों को गुजरात की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है, लेकिन वोट बैंक के डर से इन पार्टियों ने अदालत के फैसले का स्वागत करने तक की भी हिम्मत नहीं दिखाई, उनके मुंह पर ताले लग गए हैं.
कांग्रेस के बहाने परिवारवादियों को घेरा
पीएम मोदी ने अमेठी में कहा कि यूपी में भी घोर परिवारवादियों ने कांग्रेस कल्चर को ही खुद में पूरा का पूरा उतार लिया है और उसी रंग में रंग गए हैं. बीते कई दशकों से कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी, एक ही परिवार की बंधक बनी हुई है. इसके साथ कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस में दिक्कत आना शुरू हुई जब एक ही परिवार ने पार्टी पर कब्जा शुरू कर दिया. पूरे देश में बहुत सारी पार्टियां कांग्रेस को देखकर ये सीख गईं और पूरे लोकतंत्र को दीमक की तरह बहुत बड़ा नुकसान कर दिया.