नहर की पटरियों पर बोरे में मांस फेंकने के आरोपी बाइक व औजार के साथ गिरफ्तार
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पकड़े गये अभियुक्तों ने उर्श कार्यक्रम में मांस भेजने के लिए कबूल किया
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दो की गिरफ्तारी में दबिश दी जा रही है शीघ्र ही उन्हें जेल भेजा जायेगा-संतोष कुमार सिंह
अम्बेडकरनगर। सप्ताह भर पहले जलालपुर कोतवाली के जीवत खुरमअली गांव के पास शारदा सहायक नहर की पटरियों पर बोरी में मिले मांस का खुलासा किया गया। स्वाट और सर्विलांस सेल की मदद से स्थानीय पुलिस कर्मियों ने मांस फेंकने वालों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से जानवर काटने वाला चापर ठीहा बाइक समेत अन्य सामान बरामद किया और इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार किया गए अभियुक्तों के विरुद्ध पूर्व से ही पशु क्रूरता और वध एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। घटना 17/18 जनवरी की रात की थी। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि किछौछा दरगाह पर 18 जनवरी को एक उर्श के आयोजन का कार्यक्रम बना था। इस कार्यक्रम में पड़वा के मांस की आपूर्ति का ठेका इसी दरगाह के निवासी फुन्नन और अजमेरी ने लिया था। उर्श में भोजन के लिए लगभग साढ़े चार कुंतल मांस की जरूरत थी। उक्त दोनों ठेकेदारों ने इस कृत्य में शामिल सम्मनपुर थाना के इंदलपुर निवासी संजय राजभर और अजय राजभर पुत्रगण टंनकू और जलालपुर कस्बा के फरीदपुर निवासी कमर हयात उर्फ लुले को दिया गया था। संजय राजभर और अजय राजभर दोनों भाई गांव में घूम रहे गोवंशो को पकड़ कर वध करते थे और इसका मांस उक्त के निर्देश पर सप्लाई करते थे। इन दोनों भाइयों ने कुछ दिन पहले सम्मनपुर थाना क्षेत्र के सुल्तानगढ़ तमसा नदी में गोवंश का अवशेष भी फेंका था। उक्त दरगाह निवासी फुन्नन ने पड़वा का वध कर मांस एकत्रित किया और दोनों सगे भाइयों द्वारा गोवंश का मांस उपलब्ध कराया गया। आयोजक को जितना मांस जरूरत थी उसने ले लिया शेष 8 बोरा मांस वापस कर दिया। 17/18 जनवरी की रात को उक्त लोग एक पिकअप में 8 बोरा मांस लादकर कही बेचने के फिराक में थे। जब उनका वाहन जलालपुर बसखारी मार्ग पर जा रहा था इसी दौरान पुलिस का सायरन और हूटर की आवाज आने लगी। युक्त पशु तस्कर डर गए और पिकअप वाहन को नहर की तरफ मोड़ लिया। कोहरा छाया हुआ था जहां सुनसान मिला पिकअप से बोरे में भरे मांस को पटरियों पर फेंक दिया और भागने में सफल हो गए। नहर की पटरियों पर मांस का कई बोरा मिलने पर सुबह हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंचे कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने पशु चिकित्सक को बुलाकर मांस का सैंपल जांच को भेजा और जेसीबी की मदद से मांस को वहीं दफना दिया। अब सही खुलासा करने के लिए स्वाट टीम प्रभारी अभिषेक तिवारी सर्विलांस सेल प्रभारी प्रभाकांत तिवारी के साथ ही जलालपुर कोतवाली के उपनिरीक्षक जिज्ञासु सोम अपनी टीम के साथ जुट गए। कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने बताया कि नहर की पटरियों पर जहां बोरे में मांस बरामद किया गया था वहां का लोकेशन टॉवर निकाला गया। लोकेशन टॉवर से जानकारी मिली की दरगाह किछौछा का रहने वाला फुन्नन का मोबाइल उस समय वहां एक्टिव था। जब पुलिस ने फुन्नन से पूछतांछ शुरू किया तो पूरी घटना की जानकारी हुई। शनिवार की सुबह उक्त चारों आरोपियों को शेखुपुर जंगल के पास से सुबह 9.30 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। उक्त चारों की निशानदेही पर गोवध में प्रयुक्त तीन बाइक, वध के लिए एक बड़ा चापर, तीन छोटी चाकू बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि इन सभी का पहले से ही पशु क्रूरता आदि का पुराना इतिहास रहा है। अभी दो अभियुक्त पकड़ से दूर है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।