आचार संहिता बाद सम्पूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों का रेला
जलालपुर, अम्बेडकरनगर। आचार संहिता खत्म होने के बाद पहले संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया किन्तु फरियादियों की भीड़ और उत्साह में कमी इसके औचित्य पर सवाल खड़े कर रही है। समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने फरियादियों की फरियाद सुन संबंधित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने का निर्देश दिया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभागार में आए हुए विभाग अध्यक्षों की हाजिरी भी ली गई तथा अनुपस्थित अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा जिम्मेदार अधिकारी के स्थान पर अधीनस्थ कर्मचारी भेजने से नाराज मुख्य विकास अधिकारी ने विभागाध्यक्ष को उपस्थित होने का निर्देश दिया। समाधान दिवस पर फरियाद लेकर आए मुंडेरा निवासी राम मिलन और बड़ाह खुर्द निवासी ने बताया कि विपक्षी द्वारा हमारी जमीन जबरन कब्जा कर लिया जिसे मुक्त करने के लिए आधा दर्जन बार शिकायत किया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई, परिणाम स्वरूप फौजदारी आमादा हो जाते है, वहीं कांदीपुर निवासी सरोजा मिश्रा ने बताया कि पति की मृत्यु के देवर द्वारा जबरन जमीन कब्जा कर खेती की जा रही है। थाना व तहसील मिलकर सात बार शिकायत की गयी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। सेठाकला निवासी पूनम द्विवेदी ने बताया कि विपक्षी विवेक द्वारा अपना घर बनवाने के बहाने मेरे घर में रहकर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया। तब से वह घर को खाली नहीं कर रहा है। उक्त मामले में थाना,तहसील सहित उच्च अधिकारियों को दर्जनों बार शिकायत की गई लेकिन न्याय नहीं मिल पा रहा है। मलिकपुर छितौना निवासी सुनीता ने बताया कि बीते बरसात में जर्जर आवास में दरार हो जाने के कारण गिर गया। जिस पर प्रधानमंत्री आवास के लिए कई बार आवेदन किया लेकिन संबंधित अधिकारी द्वारा मेरे फॉर्म को बार-बार निरस्त कर दिया जिससे लाभ से वंचित हूं। इसको लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को शिकायत कर आवास की मांग की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर सभी संबंधित अधिकारियों को फरियादियों किस्कायतों पर कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया। समाधान दिवस में परियोजना अधिकारी डूडा, सहायक अभियंता सिंचाई विभाग, सहायक अभियंता लघु सिंचाई विभाग, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी अनुपस्थित रहे। जबकि उपनिदेशक कृषि के विभागाध्यक्ष के स्थान पर अधीनस्थ कर्मचारी भेजे जाने पर उसे सभागार से बाहर निकाल दिया।