बाबा बरूआदास डिग्री कालेज परूइआ आश्रम में मशरूम खेती प्रशिक्षण आयोजित
अम्बेडकरनगर। बाबा बरुआदास पीजी कालेज, परुइया आश्रम, में आयोजित एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में मशरूम खेती के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. शिशिर कुमार श्रीवास्तव और डॉ. प्रीति प्रकाश, वनस्पति विज्ञान विभाग, राणा प्रताप पीजी कॉलेज अमेठी रहे। महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. पूजा चौरसिया ने मशरूम के महत्व, विभिन्न प्रजातियों और इसके लाभों के बारे में जानकारी दी। डॉ. शिशिर श्रीवास्तव ने मशरूम की खेती के तीन चरणों व्हीट स्ट्रा कम्पोस्ट, केजिंग और लैब स्तर के बारे में विस्तार से बताया और स्लाइड शो के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षित किया। डॉ. प्रीति प्रकाश ने मशरूम खेती को एक लाभदायक उद्यम के रूप में प्रस्तुत किया और किसानों को स्वावलंबी बनने के लिए प्रेरित किया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. परेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों के साथ ही युवाओं को रोजगार के अभिनव अवसरों से सुपरिचित कराना है। प्राचार्य ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल मशरूम खेती की तकनीक सिखाएगा बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और आत्मनिर्भर बनें। महाविद्यालय की ओर से उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया। निवर्तमान प्राचार्य प्रो. के के मिश्र ने भी मशरूम की खेती के फायदे को बताते हुए कहा कि मशरूम एक पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ है और इसकी खेती कम लागत में की जा सकती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को मशरूम खेती की तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करना, मशरूम की विभिन्न किस्मों, उनकी खेती के तरीकों और बाजार की संभावनाओं के बारे में जागरूकता फैलाना तथा किसानों को मशरूम खेती को एक लाभदायक व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करना था। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक को एवं कर्मचारियों के साथ ही क्षेत्र के संभ्रांत किसानों की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।