NR मण्डलः के बाबू व यूनियन नेता की सम्पत्तियों में इजाफा होने से विभाग के कर्मचारी हैरान
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अभी हाल में उसके द्वारा लिये 90 लाख से अधिक बैनामें के बाद लोगों के मुखर होने लगे हैं स्वर
लखनऊ। उत्तर रेलवे के मण्डल कार्यालय में कार्यरत तृतीय श्रेणी कर्मचारी और यूनियन नेता की निरंतर बढ़ते चल एवं अचल सम्पत्तियों को लेकर एक तरफ जहां विभाग के कर्मचारी हैरान है। वहीं उसके द्वारा भ्रष्टाचार की जांच करने वाली एजेंसियों के अधिकारियों तथा सरकार को चुनौती दिया जा रहा है जिसे लेकर इन दिनों चर्चा का विषय बना है। ज्ञात हो कि केन्द्र एवं प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए जीरो टालरेंस नीति के तहत ठोस कार्यवाही की जा रही है। ऐसे मामले में अब तक देखा जाए तो हजारों की संख्या में भ्रष्टाचारियों को जेल जाना पड़ा है और उनके नाजायज अर्जित सम्पत्तियां जब्त की गयी हैं और सरकार का अभियान चल रहा है। इन सबके बावजूद उत्तर रेलवे के मण्डल कार्यालय में तैनात तृतीय श्रेणी कर्मचारी जिसके द्वारा लखनऊ राजधानी सहित उसके गृह जनपद में आये दिन सम्पत्तियों में इजाफा हो रहा है। सूत्रों के अनुसार इस कर्मचारी व यूनियन नेता द्वारा नौकरी कार्यकाल में वेतन के सापेक्ष करोड़ों की जमीन का खरीद व फरोक्त किया गया है जिसे लेकर विभाग के कर्मचारी हैरान हैं। ऐसे लोगों का कहना है कि इसी ग्रेड पे में हम सभी नौकरी कर रहे हैं किन्तु कहीं इस तरह की सम्पत्ति नहीं खरीद मिल रही है। वहीं न जाने किस श्रोत से यूनियन नेता बैनामा लिखवाने की होड़ में लगा है। अभी हाल में एक बैनामें के रिकार्ड को शोसल मीडिया पर वायरल किया है जिसकी अनुमानित लागत 90 लाख से अधिक बतायी जा रही है और यह बैनामा मोहनलालगंज में खरीदा गया है। यूनियन नेता की बढ़ती सम्पत्तियों पर लोगों का कहना है कि केन्द्र व प्रदेश सरकार में गहरी पैठ होने से उसका बाल बांका नहीं हो पा रहा है और उसके द्वारा जीरो टालरेंस नीति की चुनौती दी जा रही है।