राहुल गांधी को लेकर हिमंत बिस्व सरमा के बयान से नाराज हुए जयंत चौधरी, कहा- भाजपा नेताओं को धोना चाहिए दातुन से मुंह
नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने रविवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ उनकी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर निशाना साधा। चौधरी ने कहा कि असम के सीएम ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और कहा कि भाजपा नेताओं को समय-समय पर दातुन या टहनी से मुंह धोना चाहिए।
उन्होंने ट्लीट कर कहा, “असम के मुख्यमंत्री ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है। भाजपा नेताओं को समय-समय पर दातुन से मुंह धोना चाहिए! पूर्व लोकसभा सदस्य ने ट्वीट किया।
सरमा ने इससे पहले 2016 और 2019 में क्रमशः भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और पाकिस्तान में हवाई हमले का सबूत मांगने के लिए राहुल गांधी पर हमला किया था। सरमा ने पूछा कि क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कभी उनसे “पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेटे” होने का सबूत मांगा।
सरमा ने उत्तराखंड में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “इन लोगों की मानसिकता को देखिए। जनरल बिपिन रावत देश का गौरव थे। भारत ने उनके नेतृत्व में पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक किया था। राहुल गांधी ने स्ट्राइक का सबूत मांगा। क्या हमने कभी आपसे सबूत मांगा कि क्या आप राजीव हैं गांधी के बेटे हैं या नहीं?
असम के मुख्यमंत्री ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है।
समय समय पर भाजपा के नेताओं को दातुन से मुंह तो धो लेना चाहिए!
— Jayant Singh (@jayantrld) February 13, 2022
आपको मेरी सेना से सबूत मांगने का क्या अधिकार है?” असम के मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि एक बार सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक की बात कह दी गई, इसके बाद इसकी वैधता पर कोई विवाद नहीं है।
इस टिप्पणी पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव सहित विपक्षी नेताओं ने प्रतिक्रिया व्यक्त की जिन्होंने सरमा के इस्तीफे की मांग की। एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राव ने कहा, “पीएम मोदी जी क्या यह संस्कार है या फिर हमारा हिंदू अनुष्ठान, जो एक सांसद से उसके पिता की पहचान के बारे में सवाल करता है।
ऐसा आपके भाजपा के एक मुख्यमंत्री ने किया है। मेरा सिर झुका हुआ है। यह सुनकर लज्जित हुई और मेरी आंखों में आंसू आ गए। यह देश के लिए अच्छी बात नहीं है।”उन्होंने कहा, ”असम के मुख्यमंत्री इस तरह कैसे बात कर सकते हैं? धैर्य रखने की भी एक सीमा होती है.”