घोटाले की दास्तान बयां कर रहा गोलपुर का आदर्श जलाशय

-
घोटाले की दास्तान बयां कर रहा गोलपुर का आदर्श जलाशय
-
शिकायतों की निष्पक्ष जांच न होने पर ग्रामीणों ने डीएम से की कार्यवाही की मांग
अम्बेडकरनगर। सरकार की जल संरक्षण नीति के तहत सभी गांव में आदर्श जलाशय के नाम से योजना शुरू की गई, लेकिन कुछ गांव में आदर्श जलाशय सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। जलाशय के नाम पर जमकर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया है। इसी क्रम में आदर्श जलाशय गोलपुर जो कि वर्ष 2015-16 में गांव में दो जलाशय का निर्माण किया गया,एक गिधरो तालाब जो लगभग सौ बीघा में फैला हुआ है और दूसरा गोलतरवा तालाब जो कि दो बीघा में है। लेकिन आज आलम यह है कि जलाशयों तक कोई पहुंच भी नहीं सकता।
ग्रामीण अनिल कुमार सिंह, महेंद्र वर्मा, फैज मोहम्मद,अकील अहमद,वेद प्रकाश, अवधेश पाण्डेय,लालमन से आदि ने बताया कि जल संरक्षण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है,आज तक उक्त तालाबों में एक रूपए का भी काम नहीं किया गया है ,जब कि मनरेगा व अन्य मदो से बराबर धन निकाला जाता रहा। इस तरह सरकारी धन का बंदरबाट का यह खेल कई वर्षों से चल रहा है। और जिम्मेदार लोग अपना कमीशन खाकर मुंह बंद करने का काम कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया शिकायत पर कोई भी कार्यवाही नहीं होती,बस ले-देकर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है।
इसी तरह ग्राम सभा गोलपुर में तमाम अनियमिताएं है और इसकी शिकायत भी कई बार संबंधित अधिकारियों से की जा चुकी है। अखबार में भी कई बार प्रमुखता से खबर भी आई लेकिन आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई, यहां तक कि उच्चाधिकारियों द्वारा जांच तक के आदेश नहीं दिए गए। ग्राम प्रधान व जिम्मेदार लोगों के इस रवैये को लेकर ग्राम वासियों में काफी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कार्यवाही की मांग की है।