हुसैनी कमेटी की जानिब से मोहर्रम के 10 दिन तक चलेगा लंगर
रिपोर्ट हिन्द मोर्चा
एह तसामुलहक खा
हुसैनी कमेटी की जानिब से मोहर्रम के 10 दिन तक चलेगा लंगर
गोरा, पीलीभीत
हुसैनी कमेटी की जानिब से 10 तक लगातार लंगर चलेगा। मोहर्रम के त्यौहार में गांव में गली चौराहों घरों में फतहा करवा कर लंगर को तक्सीम किया जाता है। थाना सेहरामऊ उत्तरी की ग्राम पंचायत गोरा में हुसैनी कमेटी की जानिब से लगातार 10 दिन तक मोहर्रम के त्यौहार में लंगर को तक्सीम किया जाएगा। मोहर्रम का महीना बड़ी फजीलत व बरकत वाला महीना क्योंकि इसमें अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहो वाले वसल्लम के नवासे इमाम हुसैन और उनके घरवाले ने इस्लाम के खातिर अपना तन धन सब कुछ कुर्बान कर दिया। इमामे हुसैन ने यजीद काफिर की बात कुबूल नहीं की और कर्बला के मैदान में इमामे हुसैन ने यजीद के खिलाफ जंग की जिसमें इमाम हुसैन के बेटे इमाम अली अकबर ,वाह मासूम अली असगर आपके भतीजे इमामे कासिम जो कि आपके भतीजे हैं ।कर्बला के मैदान में हजारों काफिरों को जहन्नम वासिल करके शहीद हुए और आप के तमाम परिवार वाले जिसमें शहीद हुए। आपने इस्लाम के खातिर अपना घर कुर्बान कर दिया। इसीलिए आज जो हम तक इस्लाम पहुंचा इमाम हुसैन की बदौलत इमाम हुसैन अगर चाहते तो ना शहीद होकर यजीद की बात मान लेते। लेकिन नहीं इमामे हुसैन ने हमें सिखा दिया कि इस्लाम के खातिर अगर लड़ना पड़ जाए तो हम अपनी जान माल की परवाह ना करें और अपनी जान माल को कुर्बान कर दें जब आपके करीब रिश्तेदार सब शहीद हो गए। तो आप मैदान ए कर्बला में उतरे आपकी बहन ने आपको तैयार किया। दूल्हा बनाया आपने मैदान ए कर्बला में हजारों काफिरों को जहन्नम पहुंचा दिया। आप लड़ते-लड़ते जब नमाज पढ़ने के लिए सजा में गए। तो एक काफिर ने आप पर हमला कर दिया ।और आप शहीद हो गए ।इसीलिए आज तक इमामे हुसैन को याद किया जाता है ।यही वजह कि आज के जमाने में इमाम हुसैन के नाम पर पूरी दुनिया में लंगर का इंतजाम होता है ।आप के नाम पर महफिल सजाई जाती हैं और बहुत ही सवाब मिलता है।
हुसैनी कमेटी आमिर खा कासिम ,मुफीस अहमद, समीर खान ,कुतवू रमान , हसीनू रहमान, रजाउल हक खा, दानिश खान ,इमरान दुकानदार , मोबिन खान, मनीस,सबील खा,