स्वीडन में कुरान जलाने में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा
स्वीडन में कुरान जलाने में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा
उलेमाओं की चुप्पी के बाद सब्लू ने साथियों संग ज्ञापन देकर कायम की मिसाल
पूरनपुर,पीलीभीत। स्वीडन में मस्जिद के सामने कुरान जलाकर प्रदर्शन किए जाने के मामले में युवक ने अपने कुछ साथियों को साथ राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा है। ज्ञापन में भारत सरकार से हस्तक्षेप कर आरोपी के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित कराए जाने की मांग की गई है।
मस्जिद के सामने कुरान जलाकर स्वीडन में किए गए प्रदर्शन का मामला जानकारी में आने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों में प्रदर्शनकारी के विरुद्ध नाराजगी साफ तौर पर देखी जा रही है। इसको लेकर उलेमाओं ने आगे आकर आरोपी के विरुद्ध कार्यवाही कराने में भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग नही की तो एक युवक ने अपने चंद साथियों के साथ इस मामले में पहल करते हुए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी की मौजूदगी में तहसीलदार ध्रुव नारायण यादव को सौंपकर मिसाल कायम कर दी कि किसी धार्मिक मामले को लेकर उलेमा आगे नहीं बढ़ेंगे तो आवाम अपनी आवाज बुलंद करने से पीछे नहीं हटेगी। ज्ञापन में कहा गया कि स्वीडन में 28 जून को स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के सामने सलवान मोमिका नाम के शख्स ने कुरान जलाकर प्रदर्शन किया था। 37 वर्षीय मोमिका ने लगभग 200 लोगों की मौजूदगी में कुरान जलाई थी। इसमें से कई लोग कुरान जलाए जाने का समर्थन कर रहे थे। जानकारी मिली है कि उसको कुरान जलाकर विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति स्वीडन के अधिकारियों ने दी थी। ज्ञापन में कहा गया कि स्वीडन में इस्लाम धर्म की मुकदस किताब अल्लाह का कलाम कुरान ए पाक को जलाने से इस्लाम धर्म के मानने वालों की आस्था को गहरी ठेस पहुंची है। जिसकी नगर व क्षेत्रवासी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। साथ ही भारत सरकार से अपील करते हैं कि इस जघन्य कृत्य को लेकर भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में अपना विरोध दर्ज कराए। ताकि भविष्य में किसी भी देश में किसी भी धर्म की पूजनीय पुस्तक का अपमान ना हो सके। ज्ञापन देने वालों में जीशान खान उर्फ सबलू, हाफिज समीर रज़ा बरेलवी, मौलाना तौहीद खान, नजमुल हसन खां मौजूद रहे।
रिपोर्ट शैलेंद्र शर्मा व्यस्त