NR मंडल : फिर आया एक अधिकारी एवं चर्चित यूनियन के नेता का काला कारनामा
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अपर मंडल रेल प्रबंधक स्तर के अधिकारी ने त्रस्त होकर पद छोङने का दिया पत्र
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ये वही करोङपति नेता है जिसने आलमबाग लोको डीजल शेड चोरी कांड में रहा पैरोकार
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काले कारनामे में शामिल अधिकारी से क्ई माह पहले सीबीआई कर चुकी है पूंछताछ
लखनऊ | उत्तर रेलवे मंडल में आये दिन भ्रष्टाचार की खबरें मीडिया में प्रकाशित हो रही है लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है कि सरकार की जीरो टालरेंस की पोल खुलने के साथ- साथ ईमानदार तपके के अधि कारियों को नौकरी करना इन भ्रष्टाचारियों के सामने टेढीखीर हो गया है | हालांकि यह पटकथा उस समय ही तैयार हो चुकी थी जब ये भ्रष्ट नेता मनपसंद अधिकारी की इस मंडल में नियुक्ति कराया |
अब देखना ये है कि क्या इन दोनों भ्रष्टाचारियों के आगे ईमानदार अधिकारी नौकरी कर पायेंगे इस मंडल में।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ मंडल में केवल लखनऊ स्टेशन आदि बनाने के लिए रेलवे ने 5 सौ करोङ का ठेका आरएलडीए को दिया है जिसमें पहले तो कमीशन तय हुआ, यहीं से भ्रष्टाचारियों का खेल शुरू हो गया |
विश्वस्त्र सूत्रों से जो समाचार मिला है उसको लेकर मंडल में हङकंप मचा है । मंडल में मृतक आश्रित कोटा में खुलेआम उक्त चर्चित नेता जो कथित ईमानदारी का चोला पहने हुए चर्चित अधिकारी का पेशकार का कार्य कर रहा है | अपर मंडल रेल प्रबंधक स्तर के अधिकारी पर दबाव बनाकर मन माफिक ढंग से युवक एवं युवतियों को अनुकंपा के आधार पर रेलवे में कमाई वाले पद पर नियुक्ति करवाने का कार्य कर रहा है | बताया तो यहां तक जाता है कि ये नेता रेलवे बोर्ड एवं बङौदा हाऊस न्ई दिल्ली के अधिकारी का नाम लेता रहता है, उसी की आड़ में अवैध वसूली का कारोबार फल फूल रह है ।
रेलवे के अधिकृत सूत्र ने बताया कि एक चर्चित मामले में उक्त नेता एवं मंडल के अधिकारी ने जब अधिकारी पर अनुचित दबाव बनाया तो उक्त अधिकारी ने ईमानदार होने के कारण पद पर न रहने का पत्र दे दिया। सूत्रों के अनुसार अगर यही रवैया रहा तो क्ई अधिकारी इस्तीफा देने को मजबूर हो जाएंगे।
पता चला है कि उक्त कथित नेता मंडल के वरिष्ठ अधिकारी के नाम पर खुलेआम लूट कर रहा है | मृतक आश्रित कोटा में तो लाखों रुपयों से कम की बात नहीं करता जिसकी चर्चा आम है | इसी के साथ- साथ उक्त अधिकारी का शागिर्द बनकर नियुक्ति से लेकर तबादला व पदोन्नति, ठेकेदारों से डील में पूरी तरह कामयाब है।
सूत्रों के अनुसार अगर सीबीआई गोपनीय ढंग से उक्त अधिकारी एवं नेताजी के कमरे पर रेड करे तो लोगों का दावा है कि करोङों के नाजायज कमाई से अर्जित नामी बेनामी संपत्तियों का पर्दाफाश होना तय है | ज्ञात हो कि लगभग हफ्ते भर पहले एक अधिकारी का तबादला फिरोजपुर मंडल के लिए हो चुका है इसकी भी चर्चा जोरों पर है |