विखंडन देश का, दिलों का, मानवता का
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विखंडन देश का, दिलों का, मानवता का
मैं चाहता हूँ कि आज T20 विश्वकप फाइनल पाकिस्तान बनाम इंग्लैंड मैच में पाकिस्तान जीते। अब कुछ लोग इस पर मुझे भला-बुरा अवश्य कहेंगे, परन्तु मैं चाहूँगा कि पहले लोग मुझे समझे। आख़िर क्यूँ?
अखण्ड भारत शब्द से हमारे मन मस्तिष्क में विश्वगुरु प्राचीन भारत की वही छवि प्रतिबिंबित होती है जिसके उत्तर में पहरेदार पर्वतराज और दक्षिण में चरण वन्दन करते हुए सागर के सम्राट होते है। जहाँ विविधताओं में एकता की झलक मिलती है।
ध्यान देने योग्य यह है कि अखण्ड भारत के इतने खण्ड कैसे हुए? अफगानिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, पाकिस्तान आदि देश कैसे जन्में? जवाब में ब्रिटिश शासन की काली कूटनीतिक करतूत मिलती है। जिसने हमारे अखण्ड भारत की अखण्डता को ख़त्म किया। उन टुकड़ो से मतभेद हुए, मतभेद से नफ़रत फ़ैली, नफ़रत से आतंक फैला, और आतंक ने जन्म दिया दुश्मनी को। नतीज़न अखण्ड भारत आज केवल भारत बनकर रह गया।
~अंशुमान द्विवेदी✍️✍️
बी०एड० छात्र- कर्मयोगी डिग्री कॉलेज