Ayodhya

पुलिस कप्तान भी मालीपुर थाना क्षेत्र नाबालिग छात्रा गैंगरेप कांड में कम दोषी नहीं, पिता ने किया था फरियाद

  • थानेदारों की जुबानी पर चलता था पुलिस कप्तान की कप्तानी
  • नाबालिग गैंगरेप पीड़िता का पिता कप्तान के चौखट पर इंसाफ की मांगी थी भीख
  • पिता की असहनीय पीड़ा को दरकिनार करते हुए डांट फटकार का दफ्तर से भगा दिया था
  • अंजाम! नाबालिक गैंगरेप पीड़िता रजनी मौत की नींद सो गई

अंबेडकरनगर। बहुचर्चित गैंगरेप कांड ने पूरे जनपद को दहला कर रख दिया और नाबालिग गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद पुलिस प्रशासन के रातों की नींद हराम हो चुकी है, अपनी गर्दन बचाने के लिए पुलिस कप्तान ने थानाध्यक्ष और विवेचक पर कार्रवाई कर वाह वाही लूटने का कर रहे हैं अथक प्रयास।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मालीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते पंद्रह दिन पहले एक नाबालिक छात्रा के साथ गैंगरेप कांड को अंजाम दिया गया। घर से स्कूल जाते समय रास्ते में झाड़ियों की आड़ में घात लगाए बैठे दरिंदों ने पूरे फिल्मी अंदाज में नाबालिग छात्रा का अपहरण कर लखनऊ एक होटल में ले गए जहां दो दिनों तक उसके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ और फिर जब ऐनकेन प्रकरण नाबालिग गैंगरेप पीड़ित छात्रा अपने घर पहुंची तो अपनी आपबीती अपने पिता को सुनाएं.

पूरा परिवार इस घटना से आहत था मानों कि पैरों तले जमीन खिसक गई पीड़ित पिता थाने में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई नामजद तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की किंतु तहरीर को अज्ञात में दर्ज किया गया। इंसाफ के लिए पीड़िता के पिता पुलिस कप्तान की चौखट पर मत्था टेका लेकिन नाबालिग गैंगरेप पीड़ित छात्रा के पिता के दुख दर्द को दरकिनार करते हुए पुलिस कप्तान ने अपने दफ्तर से डांट फटकार कर भगा दिया।

उम्मीद की आश टूटती देख उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से उम्मीद की किरण जगी। “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ”का नारा देने वाली भाजपा की सरकार से भी पीड़ित पिता ने गुहार लगाई। किंतु पंद्रह दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस की निष्क्रियता और अपराधियों से सांठगांठ के कारण एक भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी.

मालीपुर पुलिस, थानेदार से लेकर अपराधियों के मनोबल तब और बढ़ गए जब पुलिस कप्तान ने अपने चौखट से पीड़िता की फरियाद को दरकिनार कर डांट फटकार कर भगा दिया। एक नाबालिक गैंगरेप पीड़ित छात्रा को न्याय मिलना मील का पत्थर साबित होने लगा दूसरी तरफ मालीपुर थानाध्यक्ष और विवेचक लगातार पीड़ित छात्रा के घर जाते रहे और मानसिक रूप से समझौते का दबाव बनाने का अथक प्रयास किया कि मामले को किसी तरीके से समाप्त कर दिया जाए.

लेकिन पंद्रह दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद जब बीते मंगलवार को नाबालिग गैंगरेप पीड़ित छात्रा के ऊपर थानेदार दबाव बनाने के लिए पहुंचे तो असहनीय पीड़ा मानसिक तनाव और वर्दी धारियों की धमकी और साजिश के कारण टूट रहे आत्मविश्वास में एक बार फिर नाबालिग छात्रा ने हिम्मत दिखाई और थानेदार से कहा साहब अगर अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं आत्महत्या कर लूंगी।

सुबह होते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई माहौल ही बदल गया जब पता चला कि नाबालिग गैंगरेप पीड़ित छात्रा ने अब इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के प्रशासनिक मशीनरी से जिंदगी हार गई एक नाबालिक मासूम छात्रा।

पीड़ित पिता और ग्रामवासी ही नहीं अब तो पूरा जनपद यह कह रहा है कि अगर पुलिस कप्तान ने इस मामले को गंभीरता से लिया होता तो आज अपराधी सलाखों के पीछे होता है उनके घरों पर बाबा का बुलडोजर चला होता और नाबालिग गैंगरेप पीड़ित छात्रा को न्याय मिलता किंतु ऐसा कुछ नहीं हो पाया.

जबकि पुलिस कप्तान को दिए गए प्रार्थना पत्र में पीड़ित पिता ने सारी घटना को दर्शाया किस तरह से घटना को अंजाम दिया गया और किस तरह से पुलिस का रवैया रहा और अंततः असहनीय पीड़ा लिए हुए इस दुनिया को अलविदा कह गई मेरी प्यारी लाडली। अब तो वापस नहीं आएगी ऐसे पुलिस कप्तान, थानेदार, विवेचक और ऐसे वर्दी धारियों की जरूरत जनपद की जनता को नहीं है।

स्थिति को बिगड़ते देख देर शाम पुलिस कप्तान और जिलाधिकारी ने घटना स्थल पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद परिवारजनों जिलाधिकारी ने भरोसा दिलाते हुए सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया जिसके बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और बाताया कि घटना की जांच के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है जिस नाम को बताया गया था उसकी और चाची को गिरफ्तार किया जा चुका है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएंगी।

माननीय मुख्यमंत्री जी! आप ही न्याय करें अन्यथा आपका “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” का यह सपना और प्रयास गर्त में समा जाएगा और जनता को यह भरोसा हो जाएगा कि भाजपा की सरकार में प्रदेश की जनता अपने आप को ठगा महसूस करेगी फिर बेटियां सुरक्षित नहीं रह सकेंगी।

क्योंकि जब तक ऐसे भ्रष्ट इंसानियत और मानवता को शर्मसार करने वाले वर्दीधारी और दिनदहाड़े बेखौफ अपराधी घटना को अंजाम देंगे, अपराधी खुलेआम घूमेंगे, पुलिस से सांठगांठ करके घटनाओं को अंजाम देते रहेंगे ऐसी स्थिति में बेटियों का बच पाना संभव नहीं है।

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