Independence Day 2022 : समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव बोले- चिंता का विषय है चरम सीमा की महंगाई व बेरोजगारी
लखनऊ, देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में सोमवार को तिरंगा फहराया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मौके पर तेजी से बढ़ रही महंगाई तथा बेरोजगारी को लेकर अपनी चिंता भी जताई।
लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क में झंडा फहराने के बाद अखिलेश यादव कुछ पूर्व सैनिकों तथा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी मिले। उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता की 75वीं जयंती पर हम आज जब आजादी की खुशियां मना रहे हैं, वहीं हमारे देशवासियों के सामने चुनौती भी है। हमारे लिए चिंता का विषय है कि महंगाई तथा बेरोजगारी चरम सीमा पर है। दुनिया के तमाम आंकड़ो को देखें तो स्वास्थ्य, प्रेस की आजादी आदि में हमारा देश काफी पीछे नजर आता है। अब तो यह चिंता का विषय है कि हमारा देश बाकि देशों के मुकाबले आगे कैसे बढ़े।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज दिल्ली के लाल किला पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो भी घोषणा की है, उन सभी पर अमल किया जाना बहुत जरूरी है। मेरा मानना है कि जो लालकिला से संकल्प लिए जाएं वह पूरे होने चाहिए। हमारे देश में बेरोजगारी कम होना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर हमारा देश बहुत पीछे है।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज हम भले ही आजादी के 75 वर्ष पूरा होने की खुशी मना रहे हैं, लेकिन हमें चिंता भी करनी चाहिए। हम चिंता करें कि देश में जाति का भेदभव कैसे दूर होगा। हम सभी मामलों में गंभीर हो जाएं तो दुनिया में हमारा देश की काफी आगे बढ़ता हुआ नजर आएगा।
उन्होंने कहा कि समाजवादियों ने हमेशा राष्ट्रीय त्योहारों को मनाया है। 15 अगस्त के साथ ही 26 जनवरी पर भी सभी ने काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है। आज पानी नहीं बरस रहा है प्रदेश में तो सूखे की स्थिति है। हमारा पर्यावरण कैसे सुरक्षित हो इस दिशा में भी काम काफी जरूरी होता जा रहा है।
हमारे देश की एकता के कारण ऐसा समय आया जब अंग्रेजों को भारत छोडऩा पड़ा। आज हम आजादी की खुशियां मना रहे हैं और खुशी के समय पर आजादी के संकल्पों को याद दिला रहे हैं। देश के सामने चुनौतियां भी हैं।
उन्होंने कहा कि आओ हम सब मिलकर एक ऐसी आजादी का जश्न मनाएं। जिसमें हम सौहार्द, बराबरी, खुशहाली का परचम लहराएं। अखिलेश यादव ने कहा कि डिजिटल के दौर में हमारी डेमोक्रेसी कितनी सुरक्षित है, यह भी सोचने का विषय है। हमारे देश का इतना मजबूत लोकतंत्र है, लेकिन बेहद असुरक्षित भी है। नोएडा में एक महिला को कितना अपमानित किया गया। किस भाषा से अपमानित किया गया। सब को यह पता था कि वह व्यक्ति भाजपा से जुड़ा था। भाजपा को सोचना चाहिए कि कार्यकर्ता की भाषा क्या है।