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विपक्षी एकता को ताबड़तोड़ झटके! केवल राजभर ही नहीं, इन दलों ने भी किया है द्रौपदी मुर्मू का समर्थन

लखनऊ: राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी एकता की हवा निकलती दिख रही है. ओम प्रकाश राजभर इकलौते ऐसे नहीं हैं, जिन्होंने राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया है. बहुत सी ऐसी पार्टियां हैं, जिन्होंने राज्यों में चुनाव तो भाजपा के खिलाफ लड़ा है, मगर राष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए उम्मीद्वार को ही वोट देने का ऐलान किया है. यह तो पहले से ही लग रहा था राष्ट्रपति के चुनाव आते-आते कई राज्यों में सियासी हालात बदलेंगे. नये समीकरण बनेंगे और बिगड़ेंगे भी. यूपी में भी ऐसा ही हुआ है.

राष्ट्रपति चुनाव से ठीक तीन दिन पहले समाजवादी पार्टी और सुभासपा गठबंधन में पड़ी दरार सामने आ गई. अखिलेश यादव के साथ विधानसभा के चुनाव में कंधे से कंधा मिलाकर रैलियों में घुमने वाले ओम प्रकाश राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव के मसले पर उन्हें बड़ा झटका दिया है. ओपी राजभर ने ऐलान कर दिया है कि वे और उनकी पार्टी के सभी 6 विधायक एनडीए की उम्मीद्वार द्रौपदी मुर्मू को वोट देंगे. और तो और उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया है कि माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे और उनकी पार्टी के मऊ से विधायक अब्बास अंसारी भी द्रौपदी मुर्मू को ही वोट देंगे.

लेकिन, ओपी राजभर इकलौते ऐसे नहीं है जिन्होंने ऐसा ऐलान किया है. बहुत सी ऐसी पार्टियां हैं, जिन्होंने राज्यों में चुनाव तो भाजपा के खिलाफ लड़ा है लेकिन राष्ट्रपति के चुनाव में उसके उम्मीद्वार को वोट दे रही हैं. यूपी से ऐसी पार्टियों की फेहरिस्त काफी लंबी है. ओपी राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अलावा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव ने भी ऐसा ही ऐलान किया है. इसके अलावा, मायावती की बहुजन समाज पार्टी भी द्रौपदी मुर्मू को ही वोट करेगी. यूपी में बसपा के भले ही एक ही विधायक हों लेकिन, उसके सांसद 10 हैं.

प्रतापगढ़ की कुण्डा सीट से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह ऊर्फ राजा भैया ने भी एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया है. उनके दो विधायक हैं. यह बात तो हो गयी यूपी की, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर भी कई पार्टियां ऐसी हैं, जो राज्यों में तो भाजपा के खिलाफ लड़ती रहती हैं लेकिन राष्ट्रपति के चुनाव में उसी के समर्थन में उतरी हुई हैं.

जेएमएम और नवीन पटनायक की पार्टी का भी साथ

झारखंड में सत्ताधारी हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने एनडीए उम्मीद्वार को वोट करने का फैसला किया है. झारखंड के हेमंत सोरेन ने भाजपा को हराकर ही सीएम की कुर्सी हासिल की थी. इसके अलावा महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिव सेना भी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर रही है. ये तब है जब शिवसेना के नेताओं ने भाजपा पर उनकी सरकार गिराने का आरोप लगाया था. इसके अलावा ओडिशा में नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल भी द्रौपदी मुर्मू को ही वोट करेगी. बता दें कि भाजपा ओडिशा में मुख्य विपक्षी पार्टी है.

दक्षिण भारत में भी इन्होंने किया सपोर्ट का ऐलान

अब चलते हैं दक्षिण भारत की ओर. आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने भी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान किया है. खास बात यह है कि आंध्र प्रदेश एक ऐसा राज्य है, जहां जगन मोहन रेड्डी के मुख्य विपक्षी तेलगु देशम पार्टी के चन्द्रबाबू नायडू ने भी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का एलान किया है. इसके अलावा पंजाब में अकाली दल ने भी भाजपा का साथ देने का एलान किया है. अकाली दल किसान बिल पर भाजपा का विरोध करते हुए केन्द्र सरकार से अलग हो गयी थी. कर्नाटक की जेडीएस यानी जनता दल सेक्यूलर पार्टी ने भी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया है. कर्नाटक में दोनों दल आमने-सामने रहे हैं.

दिल्ली में आम आदमी पार्टी करेगी मंथन

दिल्ली और पंजाब में सरकार चलाने वाली आम आदमी पार्टी ने अभी इसे लेकर ऐलान नहीं किया है. माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी इस मसले पर शनिवार को एक बैठक करेगी और उसके बाद फैसला लेगी कि राष्ट्रपति के चुनाव में किसे वोट देना है. यह कोई बड़ी बात नहीं होगी कि आम आदमी पार्टी भी दूसरी पार्टियों की तरह ही द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करे. फिर भी अंतिम फैसले का इंतजार करना होगा.

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