उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के फरमान को नहीं मानते सेक्रेटरी और एडीओ पंचायत अकबरपुर…देखें Video
👉 विकासखंड अकबरपुर दफ्तर में मुंशी राज, ग्राम पंचायत अधिकारियों से 5 हजार पाने वाले निपटा रहे काम
राजा
अम्बेडकर नगर । मुख्यमंत्री का ये फरमान आते ही उत्तर प्रदेश के हर जिले के जिला अधिकारियों ने अपने हर कर्मचारियों को दिया निर्देश कि सरकारी दफ्तरों में कोई प्राइवेट मुंशी नहीं रखेगा । लेकिन अंबेडकर नगर जिला अधिकारी के मना करने के बावजूद भी आज भी सरकारी दफ्तरों में प्राइवेट मुंशीयो का भरमार है। सेक्रेटरी द्वारा रखे गए प्राइवेट मुंशी यहां तक कि सरकारी फाइलों को हस्तक्षेप करते नजर आए जब मीडिया कर्मियों ने बात की तो प्राइवेट मुंशी ने कहा हमें सरकारी फाइलों को हस्तक्षेप करने के लिए हमारे सर ने कहा है यही नहीं बल्कि हमारे सर द्वारा हमें वेतन भी दिया जाता है ।
पांच हजार रुपये के तौर पर आज भी सरकारी दफ्तरों में प्राइवेट मुंशी जिंदा है जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सख्त निर्देश हर जिले के डीएम को दिया की तत्काल सरकारी दफ्तरों से इन्हें हटाया जाए इससे ऑफिस की गोपनीयता भंग होती दिखाई दे रही है । जैसे ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का फरमान आया हर जिलों के उच्च अधिकारियों ने उस फरमान को संज्ञान में लेते हुए तत्काल हटाने का काम किया.
वही मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी के फरमान को ना मानते हुए अकबरपुर ब्लॉक के सेक्रेटरी और एडीओ पंचायत की मिलीभगत से ब्लॉक के सामने मिले लगभग हर सरकारी कैंपस के आवासों में प्राइवेट ऑफिस संचालित की जा रही है जिस में प्राइवेट ऑपरेटर रखकर काम कराया जा रहा है । जिससे ग्रामीणों को काफी ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ता है ।