Azamgarh Loksabha By Poll: समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ से बामसेफ के संस्थापक सदस्य बलिहारी बाबू के बेटे सुशील को बनाया प्रत्याशी
लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी के नाम के कयासों को आज विराम दे दिया है। अखिलेश यादव ने अपने परिवार के किसी सदस्य को प्रत्याशी बनाने के स्थान पर बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने आजमगढ़ से सुशील आनंद को प्रत्याशी बनाया है, जो कि राजनीति में बिल्कुल नया चेहरा माने जाते हैं। पार्टी नेतृत्व ने दलित उम्मीदवार उतारने का फैसला किया।
समाजवादी पार्टी ने लोकसभा के उप चुनाव के लिए आजमगढ़ से नया चेहरा उतार दिया है। आजमगढ़ लोक सभा उप चुनाव में समाजवादी पार्टी ने पूर्व राज्यसभा सदस्य तथा बामसेफ के संस्थापक सदस्य स्वर्गीय बलिहारी बाबू के बेटे सुशील को प्रत्याशी घोषित किया है। समाजवादी पार्टी ने एक चौंकाने वाला निर्णय लेते हुए आजमगढ़ सीट पर में होने वाले लोकसभा उपचुनाव में डिंपल यादव की जगह सुशील को उम्मीदवार बनाया है।
पहले कयास लगाए जा रहे थे कि इस सीट पर डिंपल यादव उम्मीदवार हो सकती हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के आजमगढ़ लोकसभा सीट से इस्तीफा देने से खाली हुई प्रतिष्ठापरक सीट से अब सुशील आनंद चुनाव लड़ेंगे। सुशील आनंद बसपा के संस्थापक सदस्य एवं पूर्वांचल के दिग्गज नेता रहे बलिहारी बाबू के बेटे हैं।
बसपा से पूर्व राज्यसभा सदस्य बलिहारी बाबू का अप्रैल 2021 में कोरोना वायरस संक्रमण से निधन हो गया था। वह 2020 में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। विधानसभा चुनाव 2022 में आजमगढ़ जिले की सभी दस विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने वाली समाजवादी पार्टी के इस दांव से सभी हैरान हैं। यादव और मुस्लिम वोट बैंक की एकजुटता बरकरार रखने के साथ ही दलित वोट बैंक को भी जोड़ने की कोशिश की गई है। समाजवादी पार्टी अभी तक इस सीट पर डिंपल यादव अथवा रमाकांत यादव को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही थी लेकिन रमाकांत ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया।
बहुजन समाज पार्टी ने आजमगढ़ से शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को प्रत्याशी बनाया है। बसपा गुड्डू जमाली को मैदान में उतारकर मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी की रणनीति पहले ही अपना चुकी है। भारतीय जनता पार्टी ने आजमगढ़ के लिए अभी पत्ते नहीं खोले हैं। आजमगढ़ उप चुनाव में 23 जून को मतदान होना है।
फूलपुर से ब्लाक प्रमुख रह चुके हैं सुशील कुमार आनंद :
सुशील कुमार आनंद 2010 में फूलपुर से ब्लाक प्रमुख रह चुके हैं। 22 अगस्त 1984 को उनका जन्म हुआ। आठ बहन और दो भाई में सुशील पांचवें नंबर पर हैं। इनकी शिक्षा एम ए, एलएलबी, बीएड है। मूल रूप से फूलपुर तहसील के रम्मो पुर गांव के रहने वाले हैं वर्तमान में रैदास मंदिर हरबंशपुर में इनका आवास है। सुशील कुमार आनंद की पत्नी अनुराधा गौतम जीजीआईसी लालगंज की प्रभारी प्रिंसिपल हैं। सुशील के पिता स्वर्गीय बिहारी बाबू बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक सदस्य और बसपा से राज सभा सांसद रह चुके हैं, बसपा से मोहभंग होने के बाद उन्होंने कागज का दामन थामा इसके बाद 2020 में सपा में शामिल हो गए थे। 28 अप्रैल 2021 उनका निधन हो गया था।