Quad Summit 2022: टोक्यो में अमेरिका-भारत के बीच द्विपक्षीय वार्ता, पीएम मोदी बोले- दोनों देशों के बीच एक विश्वास की साझेदारी है
टोक्यो, । रूस-यूक्रेन जंग और कोविड-19 के बीच भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के राष्ट्रप्रमुखों की टोक्यो में मुलाकात हुई। आज टोक्यो में क्वाड लीडर्स समिट (Quad Summit 2022) की बैठक आयोजित हुई।
इस बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने हिस्सा लिया। इस दौरान क्वाड लीडर्स समिट की बैठक में रूस-यूक्रेन जंग समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। यहां सभी देशों के राष्ट्रप्रमुखों ने अपनी-अपनी बात रखी।
द्विपक्षीय वार्ता में पीएम मोदी ने अमेरिका-भारत के रिश्तों पर दिया जोर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी सही मायने में एक विश्वास की साझेदारी है। कई क्षेत्रों में हमारे समान हितों ने इस विश्वास के रिश्ते को मज़बूत किया है। हमारे बीच व्यापार और निवेश में भी लगातार विस्तार हो रहा है। हालांकि, यह हमारी ताकत से बहुत कम हैं।
पीएम ने आगे कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारे बीच ‘इंडिया-USA इन्वेस्टमेंट इनसेंटिव एग्रीमेंट’ से निवेशी की दिशा में मज़बूत प्रगति देखने को मिलेगी। हम टेक्नोलाजी के क्षेत्र में अपना द्विपक्षीय सहयोग बढ़ा रहे हैं और वैश्विक मुद्दों पर भी आपसी समन्वय कर रहे हैं।
द्विपक्षीय वार्ता में बोले अमेरिकी राष्ट्रपति
जापान की राजधानी टोक्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि हमने यूक्रेन पर रूस के क्रूर और गैर-न्यायसंगत आक्रमण के चल रहे प्रभावों और पूरे वैश्विक विश्व व्यवस्था पर इसके प्रभाव पर भी चर्चा की है। इन नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए यूएस-इंडिया बारीकी से परामर्श करना जारी रखेंगे।
राष्ट्रपति जो बाइडन बोले
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा हमारे देश मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं और करेंगे भी। मैं अमेरिका-भारत की साझेदारी को पृथ्वी पर हमारे सबसे करीब बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
उन्होंने आगे कहा कि हम हिंद-प्रशांत पर द्विपक्षीय स्तर और समान विचारधारा वाले देशों के साथ समान विचार साझा करते हैं, ताकि हमारी साझा चिंताओं की रक्षा के लिए काम किया जा सके। आज की हमारी चर्चा इस सकारात्मक गति को गति देगी।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी वार्ता की जानकारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ सार्थक बैठक हुई। आज की चर्चा व्यापक थी और इसमें व्यापार, निवेश, रक्षा के साथ-साथ लोगों से लोगों के बीच संबंधों सहित भारत-अमेरिका संबंधों के कई पहलुओं को शामिल किया गया था।
इससे पहले क्वाड लीडर्स समिट में पीएम मोदी ने कहा कि इतने कम समय में ‘क्वाड’ समूह ने विश्व स्तर पर एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। आज ‘क्वाड’ का दायरा व्यापक हो गया है और स्वरूप प्रभावी हो गया है। हमारा आपसी विश्वास, दृढ़ संकल्प लोकतांत्रिक शक्तियों को नई ऊर्जा और उत्साह दे रहा है।
क्वाड समिट में बोले पीएम मोदी
#WATCH "India & US partnership in the true sense is a partnership of trust," says PM Modi in a bilateral meeting with US President Joe Biden, in Tokyo pic.twitter.com/KIweBryiJC
— ANI (@ANI) May 24, 2022
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘क्वाड’ के स्तर पर हमारे आपसी सहयोग से एक फ्री, ओपन और समावेशी ‘इंडो पैसिफिक क्षेत्र’ को प्रोत्साहन मिल रहा है। जो हम सभी का साझा उद्देश्य है। पीएम ने आगे कहा कि कोविड-19 की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमने वैक्सीन वितरण, जलवायु कार्रवाई, आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन, आपदा में प्रतिक्रिया, आर्थिक सहयोग जैसे कई क्षेत्रों में आपसी समन्वय बढ़ाया है। इसने इंडो-पैसिफिक में शांति, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित हो रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी आस्ट्रेलियाई पीएम को बधाई
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव जीतने के लिए आस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज को भी बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि शपथ लेने के 24 घंटे बाद हमारे बीच आपकी उपस्थिति क्वाड दोस्ती की ताकत और इसके प्रति आपकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
हम हिंद-प्रशांत की शक्तियां हैं- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन
First of all, I congratulate (Australian) PM Anthony Albanese & extend my best wishes for winning the elections. Your presence amongst us 24 hrs after taking the oath reflects the strength of Quad friendship and your commitment towards it: PM Modi at Quad Leaders' Summit in Tokyo pic.twitter.com/CAq7rnrHUO
— ANI (@ANI) May 24, 2022
क्वाड लीडर्स समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि इंडो पैसिफिक में अमेरिका एक मजबूत, स्थिर और स्थायी साझेदार होगा। हम हिंद-प्रशांत की शक्तियां हैं। जब तक रूस युद्ध जारी रखता है, हम भागीदार बने रहेंगे और वैश्विक प्रतिक्रिया का नेतृत्व करेंगे।उन्होंने आगे कहा कि हम साझा मूल्यों और हमारे पास मौजूद विजन के लिए हम एक साथ हैं। क्वाड के पास आगे बहुत काम है। इस क्षेत्र को शांतिपूर्ण और स्थिर रखने, इस महामारी से निपटने और इसके बाद जलवायु संकट को दूर करने के लिए हमारे पास बहुत काम है।
क्वाड लीडर्स समिट में क्या बोले जापानी पीएम
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने क्वाड लीडर्स समिट में कहा कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों को पूरी तरह से चुनौती देता है। हमें आसियान, दक्षिण एशिया के साथ-साथ प्रशांत द्वीप देशों की आवाज को ध्यान से सुनना चाहिए। ताकि सहयोग को आगे बढ़ाया जा सके, जो तत्काल मुद्दों को हल करने के लिए अनुकूल हो।
मेरी सरकार आपके देशों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध- आस्ट्रेलिया के पीएम
क्वाड लीडर्स समिट में आस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज ने कहा कि मेरी सरकार आपके देशों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। नई आस्ट्रेलियाई सरकार आर्थिक, साइबर, ऊर्जा, स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा के माध्यम से जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई करने और अधिक लचीला इंडो पैसिफिक क्षेत्र के निर्माण को प्राथमिकता देती है।
आस्ट्रेलिया के पीएम ने कहा कि हम इस बात को स्वीकार करते हुए कार्य करेंगे कि प्रशांत महासागर के द्वीप राष्ट्रों के लिए जलवायु परिवर्तन मुख्य आर्थिक और सुरक्षा चुनौती है। मेरी सरकार 2030 तक उत्सर्जन में 43% की कमी करने का एक नया लक्ष्य निर्धारित करेगी और हमें 2050 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन के लिए ट्रैक पर लाएगी।
‘क्वाड’ फेलोशिप इवेंट में पीएम मोदी ने की शिरकत
जापान के टोक्यो में ‘क्वाड’ फेलोशिप इवेंट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमेरिक के राष्ट्रपति जो बाइडन, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने शिरकत की। इस दौरान जापानी पीएम फुमियो किशिदा, पीएम मोदी, यूएस प्रेसिडेंट जो बाइडेन और आस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज ने क्वाड फेलोशिप के लिए आवेदन किया।
यह विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) क्षेत्रों में स्नातक डिग्री के लिए हर साल अमेरिका में अध्ययन करने के लिए 100 अमेरिकी, आस्ट्रेलियाई, भारतीय और जापानी छात्रों को प्रायोजित करेगा।