अंबेडकरनगर : जिले में फर्जी मेडिकल और झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार
अंबेडकर नगर / मुख्यालय से मालीपुर रोड तक सैदापुर बाजार ,जाफरगंज, खजुरी, ककरडिल्ला ड्रग इंस्पेक्टर की मेहरबानी से कुकुरमुत्तों की तरह पनप रहे हैं पैरामेडिकल स्टोर एवं झोलाछाप चिकित्सक। आपको बताते चलें कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के मिलीभगत से जिले में खुल रहे हैं धड़ल्ले से मेडिकल स्टोर यहां तक की हद तो तब हो गई जब गांव में पनपना शुरू कर दिये.
सूत्रों की माने तो जाफर गंज बाजार में बंगाली नाम का एक चर्चित झोलाछाप डॉक्टर न तो उसके पास डॉक्टर की डिग्री है और न ही डॉक्टरी का एक्सपीरियंस बस राम भरोसे लोगों का करता है इलाज और ऑपरेशन माना जाए तो झोलाछाप डॉक्टरों की कहानी अक्सर महीनों में सुनने में आता रहता है कहीं किसी की नस काट देते तो कहीं दर्द से तड़पते हुए मरीजों को इंजेक्शन लगाने के बाद कुछ घंटों बाद उसकी मृत्यु हो जाती है. ऐसा मामला अक्सर सुनने में आता रहता है.
बताया जाता है कि जितने भी फर्जी मेडिकल धारक हैं डॉक्टर की डिग्री प्राप्त करने के बजाए किसी अपने से सीनियर डॉक्टर के साथ रहकर पहले जानकारी ले ते हैं इंजेक्शन कैसे लगाया जाता है फिर पेट दर्द की दवा कैसे दी जाती है सिर दर्द की दवा कैसे दी जाती है जैसे ही उन्हें कुछ दवाइयों का अनुभव प्राप्त होता है अपने आपको डॉक्टर ही समझ बैठते हैं बस कुछ ही दिनों बाद मेडिकल खोल कर बैठ जाते हैं.
जलालपुर रोड संत कबीर स्कूल के बगल में गुल्ली नाम के झोलाछाप डॉक्टर लोगों का करता है इलाज इसके अलावा करतोरा गांव का वृजेन्द्र तिवारी उर्फ पुङूकी भी ककर डिल्ला में चिकित्सक बना हुआ है और हाई स्कूल फेल बताया जाता है। इन फर्जी झोला छाप चिकित्सकों का, गलत तरीके से ट्रीटमेंट करने पर कई लोग हुए हैं भुक्तभोगी शिकार और उसी के बगल में फर्जी तरीके से कराया जाता है डिलीवरी यहां तक की जो भी लाइसेंस धारक मेडिकल स्टोर है नियम विरुद्ध दवाओं की करते हैं बिक्री इन सब सारी समस्याओं को देखकर भी नजरअंदाज करता है स्वास्थ्य विभाग न जाने किस बात की तनख्वाह देती है उत्तर प्रदेश की योगी सरकार।