सिंचाई विभाग ने नहर की पटरी पर कटवाई लकड़ी, वन विभाग ने कब्जे में लेकर किया जप्त
हिन्दमोर्चा न्यूज़ कुशीनगर.
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सिंचाई विभाग ने वन विभाग से नहीं लिया लकड़ी कटवाने की परमिशन.
कुशीनगर जिले के खड्डा तहसील अंतर्गत ग्रामसभा एकडगा के निकट बंधु छपरा माइनर नहर पर एक सुखा शीशम का पेड़ कटा हुआ मिला. सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है की सिंचाई विभाग के किसी कर्मचारी ने यह शीशम का पेड़ कटवाया हुआ है। जब मौके पर कुछ पत्रकार पहुंचे और सवाल किया, तब सूचना पर खड्डा वन क्षेत्राधिकारी बीके यादव ने उस लकडी की पैमाइश वन दरोगा द्वारा करते हुए अग्रिम कार्रवाई में जुट गए.
लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो व्यक्ति वहां लकड़ी कटवा रहा था । उनसे पूछे जाने पर उन्होंने कि सिंचाई विभाग का लकड़ी है और सिंचाई विभाग में लकड़ी जाएगी. खजुरिया शाखा पर निर्मित रेगुलेटर पर लगे पटरी टूट गया है जिससे नहर संचालन के समय फाटक के खुलने व बंद करने में कर्मचारियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । इसी क्रम में बंधु छपरा माइनर की एक सूखी पेड़ अतिशीघ्र कटवा कर गंडक कॉलोनी रामकोला परिसर में जमा करके ताकि फाटकों पर पटरी लगवाए जा सके ।
खड्डा रेंजर बीके यादव से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह लकड़ी हमारे बन विभाग का है और हमारे वन रेंज क्षेत्र में आता है। लकड़ी अपने कब्जे में लेकर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है । जबकि लकड़ी को कटे हुए देख गांव के अगल-बगल में चर्चा जोरों पर चल रहा है की यह लकड़ी सिंचाई विभाग के नाम पर कट रहे थे, लेकिन ले गए वन विभाग. सूचना पर सिंचाई विभाग रामकोला के अधिकारियों का कहना है कि यह लकड़ी हमारे विभाग का है ।लेकिन बेवजह हम को परेशान किया जा रहा है।
हम लकड़ी वही जला देंगे ना हमारा होगा न बन बिभाग का होगा। आपको वता दे कि यह लकड़ी वृंदा सिंह के खेत के सामने एकडगा बंधु छपरा माइनर के पश्चिम पटरी पर था। जो कि सात बोटा लकड़ी थी। सात फुट का दो बाकी चार चार फुट का कटा हुआ था। सवाल यह भी उठता है की सिंचाई विभाग नहर की पटरी के ऊपर बहुत सारे पौधे लगाए गए हैं लेकिन सिंचाई विभाग को अगर उन लकड़ियों की आवश्यकता होती है तो उनको वन विभाग से परमिशन लेने की आवश्यकता है. अब देखना यह होगा कि अगर परमिशन सिंचाई विभाग द्वारा नहीं लिया गया। तो वन विभाग इस पर क्या अपना रुख अपनाएगा।