किम जोंग के भी बाप थे ये 5 महा-क्रूर तानाशाह, एक ने तो करवाया था 15 लाख महिलाओं का रेप!
आज के समय में दुनिया के ज्यादातर देश स्वतंत्र है वहां डेमोक्रेटिक सरकार का राज है. जनता अपनी सरकार का चुनाव खुद करती है और सरकार इसके बदले में जनता की सुविधाओं का ध्यान रखती है. अगर सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती तो चुनाव में उसकी कुर्सी छीन जाती है. लेकिन कुछ ऐसे देश हैं जहां आज भी तानाशाह का राज चलता है. इन देशों में सरकार जनता की पसंद की नहीं होती और तानाशाह अपनी मर्जी से देश को चलाता है.
बात तानाशाह की करें, तो सबसे पहले किम जोंग उन का नाम सामने आता है. नॉर्थ कोरिया में अभी इसी का शासन चलता है. उसके बनाए नियमों को ना मानना यानी मौत को न्योता देना. किम जोंग के लिए कोई भी गलती छोटी नहीं है. कोई भी अपराध हो, इंसान को सख्त सजा दी जाती है. लेकिन इतिहास में किम जोंग से भी क्रूर तानाशाह रहे हैं. इनके फरमान और इनके द्वारा दी जाने वाली सजाएं दिल को दहला देती थी.
एडोल्फ हिटलर (1889-1945)
तानाशाह के बारे में जिक्र होते ही सबसे पहले हिटलर का नाम सबसे ऊपर आता है. नाज़ी पार्टी के हिटलर की वजह से ही सेकंड वर्ल्ड वॉर की शुरुआत हुई थी. उसे ज्यूइश लोगों से नफरत थी. इसके लिए वो इन लोगों को कैंप में ले जाकर उन्हें गैस चैंबर में मार दिया जाता था. कहा जाता है कि उसने अपनी जिंदगी में करीब 5 करोड़ लोगों को मारा था. उसकी क्रूरता तब खत्म हुई, 1945 में गोली मार ली थी.
जोसफ स्टालिन (1878-1953)
जोसफ स्टालिन 1922 में सोवियत यूनियन के तानाशाह बने थे. जवानी के दिनों में वो एक चोर और मर्डरर था. अपने 30 साल के शासन में उसने करीब 2 करोड़ लोगों को मारा और उसके आदेश से 15 लाख जर्मन महिलाओं का रेप हुआ था. 1953 में उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गई थी.
पोल पॉट (1925-1998)
कंबोडिया के इस तानशाह ने क्रूरता की नई कहानी लोकहि थी. कहा जाता है कि लोगों को मारकर वो उनकी खोपड़ी जमा करता था. साथ ही उसे बच्चों को बीच से फाड़ने में काफी मजा आता था. 1979 में उसके शासन का अंत हुआ और 1998 में जेल में उसने अंतिम सांसें ली.
सद्दाम हुसैन (1937-2006)
इराक में 1979 से 2003 तक के शासन में सद्दाम हुसैन ने लाखों लोगों पर हमले करवाए. वो अपने दुश्मनों की आंखें नोच लेता था. साथ ही कई तरह से उन्हीं टॉर्चर करता था. 2006 में उसे उसके अपराधों के लिए फांसी पर चढ़ा दिया गया था.
ईडी अमिन (1952-2003)
युगांडा के राष्ट्रपति बने ईडी को बुचर ऑफ युगांडा कहा जाता है. कहते हैं कि वो अपने दुश्मनों को मगरमच्छ को खिला देता था. साथ ही वो खुद भी नरभक्षी था. उसने अपनी एक पत्नी को मारकर उसकी बॉडी को छोटे छोटे टुकड़े में काट दिया था. कहते हैं कि 1971 से 1979 के बीच उसने हाफ मिलियन से अधिक लोगों को मार दिया था. अगस्त 2003 में प्राकृतिक कारणों से उसकी मौत हो गई थी.