यूपी विधान परिषद चुनाव में BJP के सामने कहीं बागी तो कहीं सपा बनी चुनौती, इन 5 सीटों पर फंसा पेच
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद अब सबकी निगाहें विधान परिषद चुनाव (UP Legislative Council Election 2022) पर हैं. इस बीच शनिवार (9 अप्रैल) को 27 सीटों पर वोटिंग होनी हैं, क्योंकि 9 विधान परिषद सीटों पर बीजेपी निर्विरोध जीत चुकी है. ऐसे में बताया जा रहा है कि इन सीटों पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर है. वहीं, पूर्वांचल की कई सीटों पर निर्दलीय और बागी उम्मीदवारों ने बीजेपी की चिंता बढ़ा दी है, जिससे कई सीटों पर चुनाव त्रिकोणीय हो गया है. बृजेश सिंह और रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के करीबी रिश्तेदारों के चुनावी मैदान में उतरने से बीजेपी के लिए चुनौती बढ़ गयी है.
वाराणसी-चंदौली-भदोही सीट:
इस सीट से बीजेपी के डॉक्टर सुदामा पटेल चुनावी मैदान में हैं, तो वहीं समाजवादी पार्टी ने उमेश यादव पर दांव खेला है. यहीं से अन्नपूर्णा सिंह भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में हैं. वह बाहुबली बृजेश सिंह की पत्नी हैं. इस सीट पर बीजेपी के लिए लड़ाई मुश्किल है.
आजमगढ़-मऊ सीट:
इस सीट पर बीजेपी के लिए अपने ही सिरदर्द बन गए हैं. बीजेपी ने इस सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक रमाकांत यादव के बेटे अरुणकांत यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, कुछ दिनों पहले बीजेपी से निष्कासित एमएलसी यशवंत सिंह का बेटा विक्रांत सिंह निर्दलीय प्रत्यशी के तौर पर चुनावी मैदान में है. जबकि सपा से मौजूदा एमएलसी राकेश कुमार यादव पर दांव खेला है. दरअसल अपनों की बगावत से अब बीजेपी के सामने इस सीट पर चुनौती है.
गाजीपुर सीट:
इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी विशाल सिंह चंचल के लिए निर्दलीय प्रत्याशी मदन यादव चुनौती बने हुए हैं. हालांकि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार भोलेनाथ शुक्ला ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. वहीं, अब मदन यादव को समाजवादी पार्टी ने अपना समर्थन दे दिया है और मुख्तार अंसारी के परिवार ने भी ने अपना समर्थन दिया हुआ है.
प्रतापगढ़ सीट:
इस सीट पर भी बीजेपी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के अलावा राजा भैया की पार्टी जनसत्ता पार्टी का उम्मीदवार चुनावी मैदान में होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
इटावा-फर्रूखाबाद सीट:
सपा मुखिया अखिलेश यादव के गढ़ की यह सीट नाक का सवाल बनी है. खुद अखिलेश यादव ने यहां पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया है. जबकि बीजेपी ने दिग्गज नेता ब्रम्ह दत्त द्विवेदी के भतीजे प्रांशु दत्त को चुनावी मैदान में उतारा है. वह बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं. सपा ने मुहम्मदाबाद से नगर पंचायत प्रतिनिधि हरीश कुमार यादव को एमएलसी चुनाव में उतारा है. वह बीजेपी के सामने कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं.